वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने कहा कि विश्व में पहले के मुकाबले पिछले साल चीन, अमेरिका और भारत द्वारा वायु में सर्वाधिक कार्बन प्रदूषण उत्पन्न किया गया। उन्होंने कहा कि विश्व नेताओं को एकत्र होकर इस पर चर्चा करनी चाहिए कि इस गर्मी बढ़ाने वाली गैसों का स्तर किस तरह कम किया जाए।
पिछले साल विश्व ने कोयला, तेल और गैस जलाकर अनुमानत: 39.8 अरब टन कार्बन डाई आक्साइड गैस हवा में छोड़ी। यह पूर्व के साल के मुकाबले 2.3 प्रतिशत अधिक है।
वैश्विक कार्बन परियोजना की अंतररराष्ट्रीय टीम का हिस्सा रहे नार्वे के वैज्ञानिक ग्लेन पीटर्स ने कहा कि यह गलत दिशा में है। यह टीम हर साल वैश्विक उत्सर्जन का आकलन तैयार करती है। परिणाम नेचर जीओसाइंस और नेचर क्लाइमेट चेंज पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए।