ग्लास्गो : गगन नारंग भले ही राष्ट्रमंडल खेलों में नौ स्वर्ण के रिकॉर्ड की बराबरी करने में असफल रहे हों लेकिन पुरूष 50 मी राइफल प्रोन में दूसरे स्थान पर रहने के बाद इस भारतीय स्टार निशानेबाज ने कहा कि वह उस स्पर्धा में रजत पदक जीतकर खुश हैं जिसमें वह पहली बार भाग ले रहे थे।
नारंग ने ऑस्ट्रेलिया के वारेन पोटेंट के बाद 50 मी राइफल प्रोन में रजत पदक जीतने के बाद कहा, मैं बिलकुल भी निराश नहीं हूं, पदक तो पदक होता है। मैंने वो पदक जीता है जिसे मैंने पहले नहीं जीता था। बल्कि मैं खुश हूं कि मैंने पहली बार इस स्पर्धा में एक राष्ट्रमंडल पदक जीता है।
इस 31 वर्षीय भारतीय ने 2012 लंदन ओलंपिक की 10 मी एयर राइफल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने कहा, पदकों के लिहाज से यह लोकप्रिय स्पर्धा नहीं है। यह ऐसी स्पर्धा है जिसमें भारत ने बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है और यह मेरे लिये भी नयी स्पर्धा है। इसमें किसी भारतीय का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2006 मेलबर्न राष्ट्रमंडल में कांस्य पदक रहा था जो संजीव राजपूत ने हासिल किया था। इसलिये मैं खुश हूं कि मैंने रजत पदक जीतकर उससे बेहतर प्रदर्शन किया है।