भारतीय मुक्केबाजी प्रशिक्षकों को रिंगसाइड में जाने की अनुमति
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भारतीय मुक्केबाजी प्रशिक्षकों को रिंगसाइड में जाने की अनुमति

भारतीय मुक्केबाजी प्रशिक्षकों ने आज तब राहत की सांस ली जब ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजकों ने पुष्टि की कि विश्व मुक्केबाजी संस्था एआईबीए के निर्देशों के तहत वे अपने मुक्केबाजों के मुकाबले के दौरान रिंग के करीब बैठ सकते हैं।

ग्लास्गो : भारतीय मुक्केबाजी प्रशिक्षकों ने आज तब राहत की सांस ली जब ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजकों ने पुष्टि की कि विश्व मुक्केबाजी संस्था एआईबीए के निर्देशों के तहत वे अपने मुक्केबाजों के मुकाबले के दौरान रिंग के करीब बैठ सकते हैं।
भारतीय कोच गुरबख्श सिह संधू ने कहा कि उनके कार्ड पर कल कोच का स्टीकर चिपका दिया गया और अब वे शुक्रवार से होने वाले मुकाबलों के दौरान रिंग के करीब बैठ सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘यह बड़ी राहत है। हमें बताया गया था कि हमें रिंगसाइड में बैठने की अनुमति मिल जाएगी लेकिन हम आयोजकों से आधिकारिक पुष्टि का इंतजार कर रहे थे। उसके और कुछ अन्य औपचारिकताओं के बिना हम वहां नहीं बैठ सकते थे।’

संधू ने कहा, ‘लेकिन कल आयोजकों ने हमें बुलाकर औपचारिकताएं पूरी की। उन्होंने मेरे मान्यता कार्ड पर कोच का स्टीकर चिपका दिया। इसके बिना मैं मुकाबले के दौरान मुक्केबाजों को यह नहीं बता सकता था कि क्या करना है और क्या नहीं। यह हमारे मुक्केबाजों के लिये नुकसान होता लेकिन अब यह मामला सुलझ गया है।’

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