रियो ओलंपिक में लिएंडर पेस के साथ खेलने से बोपन्ना को गुरेज नहीं
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रियो ओलंपिक में लिएंडर पेस के साथ खेलने से बोपन्ना को गुरेज नहीं

भारत के युगल स्टार रोहन बोपन्ना ने कहा कि 2012 लंदन खेलों से पहले हुई घटना से उनके और लिएंडर पेस के बीच पैदा हुई कड़वाहट ‘लंबे समय पहले खत्म हो गयी है’ तथा उन्हें अगर कोई फिटनेस मुद्दा नहीं होता है तो रियो ओलंपिक में अपने सीनियर हमवतन खिलाड़ी के साथ जोड़ी बनाने से कोई गुरेज नहीं है।

रियो ओलंपिक में लिएंडर पेस के साथ खेलने से बोपन्ना को गुरेज नहीं

बेंगलुरु : भारत के युगल स्टार रोहन बोपन्ना ने कहा कि 2012 लंदन खेलों से पहले हुई घटना से उनके और लिएंडर पेस के बीच पैदा हुई कड़वाहट ‘लंबे समय पहले खत्म हो गयी है’ तथा उन्हें अगर कोई फिटनेस मुद्दा नहीं होता है तो रियो ओलंपिक में अपने सीनियर हमवतन खिलाड़ी के साथ जोड़ी बनाने से कोई गुरेज नहीं है।

पेस तब गुस्से में आ गये थे जब बोपन्ना ने शुरू में उनके साथ खेलने पर सहमति देने के बाद देश के एक और अनुभवी स्टार महेश भूपति के साथ जोड़ी बनाने का फैसला किया था, जिससे ओलंपिक पदकधारी खिलाड़ी को विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनानी पड़ी थी। दिलचस्प बात यह है कि अब बोपन्ना के जोर देने पर ही पेस को उनके साथ डेविस कप में सर्बिया के खिलाफ मुकाबले में खेलने के लिये पूछा गया था।

जब उनसे पूछा गया कि यह हैरानी भरा था कि उन्होंने पेस को लाइन अप में लाने का शुरूआत की, जबकि बीते समय में उनकी कड़वीं यादें हैं तो बोपन्ना ने कहा, ‘मैं बतौर खिलाड़ी परिपक्व हो गया हूं।’ बोपन्ना ने नेनाद जिमोनजिच और इलिजा बोजोलजाच से होने वाले मुकाबले से पहले कहा, ‘आप बीते समय की बात को लेकर नहीं बैठ सकते। आप उस क्षण फैसला करते हो और कोई भी नहीं बता सकता कि यह गलत है या सही। कोई भी भविष्य की भविष्यवाणी नहीं कर सकता। बतौर खिलाड़ी आप परिपक्व होते हो और आगे बढ़ते हो, आप भूतकाल को पीछे छोड़ते हो। आप चलते रहते हो।’

यह पूछने पर कि क्या यह फैसला 2015 सत्र में पेस के साथ संभावित जोड़ी बनाने के मकसद को ध्यान में रखते हुए किया गया था ताकि वे कोर्ट में अंदर और बाहर जादू कर सकें और 2016 खेलों में भी इसे जारी रखें तो बोपन्ना ने कहा कि इसका भविष्य से कुछ लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘शनिवार का मैच हम सचमुच इसलिये खेल रहे हैं क्योंकि हम भारत का प्रतिनिधित्व का रहे हैं। डेविस कप के लिये जुनून हमेशा ही रहेगा। हम इस मैच को इस तरह नहीं ले रहे हैं कि हम एक दूसरे से घुलमिल जायेंगे या नहीं। मैं लिएंड को कई वषरें से जानता हूं। वह जब खेलता है तो पूरे दिल से खेलता है, यह मेरे लिये शानदार होगा। मैं पहली बार बेंगलुरु में खेल रहा हूं, यह मेरा 20वां मुकाबला है। वह भारत में सर्वश्रेष्ठ युगल खिलाड़ी हैं।’

लेकिन क्या ऐसी संभावना है कि टेनिस प्रशंसक उन्हें रियो खेलों में बतौर टीम देख पायेंगे तो उन्होंने कहा, ‘यह कहना मुश्किल है।’ लेकिन एक चीज सुनिश्चित है कि अब उनके दिल में कोई कड़वाहट नहीं है। बोपन्ना ने कहा, ‘निश्चित रूप से अब बढ़िया मौका है। बतौर टेनिस खिलाड़ी हमें खुद को स्वस्थ रखना चाहिए। आप नहीं जानते कि आप फिट होंगे या नहीं। अगर लिएंडर और मैं फिट और स्वस्थ हैं और सर्वोच्च स्तर पर खेल रहे हैं तो रियो में उनके साथ देश का प्रतिनिधित्व करने का यह बढ़िया मौका होगा। यह तो समय ही बतायेगा और निश्चित रूप से यह हमारा लक्ष्य है।’

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