आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में नांदेड़-बेंगलुरु एक्सप्रेस में लगी आग, 26 लोग जिंदा जले
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आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में नांदेड़-बेंगलुरु एक्सप्रेस में लगी आग, 26 लोग जिंदा जले

आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में पुट्टापर्ती के समीप नांदेड़-बेंगलुरू एक्सप्रेस की दो बोगियों में शनिवार तड़के आग लग जाने से 12 महिलाओं सहित कम से कम 26 यात्रियों की झुलस कर मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए।

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ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसी
हैदराबाद : आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में पुट्टापर्ती के समीप नांदेड़-बेंगलुरू एक्सप्रेस की दो बोगियों में शनिवार तड़के आग लग जाने से 12 महिलाओं सहित कम से कम 26 यात्रियों की झुलस कर मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए। रेलमंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने मारे गए व्यक्तियों के आश्रितों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा करते हुए कहा कि घायलों की चिकित्सा का पूरा खर्च रेलवे वहन करेगी।
दक्षिण पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता एस. विश्वास ने बताया, 'एसी-3 के कोच संख्या बी-1 के 65 में से 39 यात्री जान बचाकर भागने में कामयाब रहे। इनमें से झुलसे 15 लोगों को अनंतपुर और पुट्टापर्ती के अस्पतालों में आपात चिकित्सा के लिए भर्ती कराया गया है।'
हादसे का शिकार बनी रेलगाड़ी शुक्रवार को 10:45 बजे रात को बेंगलुरू से महाराष्ट्र के नांदेड़ के लिए रवाना हुई थी। दुर्घटना की असली वजह का पता हालांकि अभी तक नहीं चल पाया है, रेलवे के अधिकारियों को संदेह है कि वातानुकूलित कोच में शॉर्ट सर्किट इस भयंकर अग्निकांड की वजह हो सकती है।
अनंतपुर जिले के तीर्थस्थल पुट्टापर्ती कस्बे के प्रशांति निलयम स्टेशन से रवाना होने के बाद जब रेलगाड़ी धर्मावरम स्टेशन के बाद कोताचेरुवु स्टेशन पहुंचने वाली थी उसी दौरान भोर में 3:20 और 3:30 बजे के बीच आग लग गई।
राहत एवं बचाव अभियान की देखरेख कर रहे रेलवे के एक अभियंता ने दुर्घटनास्थल से आईएएनएस को बताया, 'जलती हुई बोगी से कूदने में कामयाब रहे कुछ यात्रियों ने कोच के एक सिरे पर विद्युत इकाई में आग देखी। पूरी तरह बंद कोच में आग तेजी से फैलती चली गई।' जली हुई बोगी को रेलगाड़ी से अलग कर दिया गया और बाकी सुबह 7 बजे आगे रवाना हुई।
विश्वास ने कहा, 'दिन में यात्रियों की जारी सूची से पता चला कि 80 प्रतिशत टिकट ऑनलाइन बुक कराए गए थे। टिप्पणी वाले कॉलम में ई-टिकट का उल्लेख किया गया था।' जीवित बचे कुछ यात्रियों ने मौके का मुआयना करने पहुंचे अनंतपुर के जिलाधिकारी डी.एस. लोकेश कुमार और पुलिस उपमहानिरीक्षक बी. बालकृष्णा से शिकायत की कि वातानुकूलित कोच में अग्निशमन की कोई व्यवस्था नहीं थी।
पीड़ितों के बारे में ताजा जानकारी देने के लिए रेलवे ने सहायता नंबर जारी किए हैं। बाहर निकाले गए कई शव इतने झुलसे हुए हैं कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल हो गया है। शवों को बेंगलुरू भेज दिया गया है, जहां उनकी पहचान के लिए डीएनए परीक्षण किया जाएगा।
बेंगलुरू के सरकारी विक्टोरिया अस्पताल में जहां शवों को रखा गया है, वहां का दृश्य अत्यंत हृदय विदारक था। यात्रियों के रिश्तेदार और मित्र उनकी पहचान करने के लिए अस्पताल की ओर दौड़ पड़े। अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि डीएनए जांच के लिए मृतकों की जंघा की हड्डी को संरक्षित रखा जाएगा।
रेलमंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे और रेल राज्यमंत्री कोटला जय सूर्य प्रकाश रेड्डी ने घटनास्थल का दौरा किया। खड़गे ने दक्षिण वृत्त के रेलवे संरक्षा आयुक्त को जांच करने का आदेश दिया है। (एजेंसी)

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