रायपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में 16 नक्सलियों ने गुरुवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। बस्तर क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने आज बताया कि क्षेत्र के सुकमा जिले में 14 नक्सलियों ने तथा बीजापुर जिले में दो नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि बीती रात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के द्वितीय वाहिनी के मुख्यालय सुकमा जिले में कमांडेण्ट वीवीएन प्रसन्ना कुमार के समक्ष 14 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पित सभी नक्सली केरलापाल एरिया कमेटी के विभिन्न ग्रामों के निवासी हैं। आत्मसमर्पित नक्सलियों का कहना है कि नक्सलवाद अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जिन उद्देश्य और सिद्घांतों को लेकर प्रारम्भ किया गया था। वर्तमान परिस्थितियों में फोर्स के बढते दबाव के चलते उनका अनुसरण कर लक्ष्यों को प्राप्त करना संभव नहीं है।
नक्सलियों का कहना है कि छत्तीसगढ़ के लोग नक्सलियों के खौफ से उनके संगठन में शामिल होते हैं तथा नक्सलियों का साथ देने से मना करने पर उनके साथ मारपीट किया जाता है। साथ ही सभी उच्च पदों पर आंध्र प्रदेश के नक्सली नेता पदस्थ हैं जिनके द्वारा छत्तीसगढ़ के नक्सलियों के साथ भेदभाव पूर्ण नीति अपनाते हुए र्दुव्यवहार किया जाता है। इन सब परिस्थितियों से तंग आकर इन्होने समाज की मुख्यधारा से जुडने का निर्णय लिया है।
अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर जिले में 17 वर्षीय एक किशोरी समेत दो नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस के सामने आज स्वरूपा कुडियाम (17) और मुन्ना पदम (23) ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष अभी तक 220 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस ने इसका कारण बल का बढ़ता प्रभाव बताया है।