`स्पेशल 26` की तर्ज पर लूटपाट को दिया अंजाम
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`स्पेशल 26` की तर्ज पर लूटपाट को दिया अंजाम

सीबीआई अधिकारी बनकर डकैती डालने का यह आइडिया एक फिल्म में दिखाया गया था। फिल्म में फर्जी सीबीआई अधिकारियों का यह गैंग बड़े ही शातिर अंदाज में कालाधन जमा करने वालों पर हाथ डालता था।

क्राइम रिपोर्टर/ज़ी मीडिया ब्यूरो

सीबीआई अधिकारी बनकर डकैती डालने का यह आइडिया एक फिल्म में दिखाया गया था। फिल्म में फर्जी सीबीआई अधिकारियों का यह गैंग बड़े ही शातिर अंदाज में कालाधन जमा करने वालों पर हाथ डालता था। तरीका इतना फूल प्रूफ होता था कि जब तक लोगों के खुद के लुटे जाने का अंदाजा होता था। तब तक वे शातिर लूटपाट कर फरार हो चुके होते थे।
फिल्म `स्पेशल 26` देखने के बाद इसी तर्ज पर छह शातिरों ने मिलकर बनाया एक गैंग और फर्जी सीबीआई बनकर एक नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी पर कर दिया हाथ साफ। इस गैंग ने भी अपनी पूरी कार्यवाही को इतने शातिर अंदाज में अंजाम दिया कि इनकी शिकार होने वाली फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों को भी लुटे जाने का अंदाज नहीं हो सका और जब तक उन्हें इस बात का अहसास हुआ तब तक छह फर्जी सीबीआई अधिकारियों का यह गैंग करोड़ों रुपए का सोना और पच्चीस लाख से ज्यादा कैश लेकर फरार हो चुका था।
इस शातिर गैंग ने फिल्म `स्पेशल 26` से मिली सीख के आधार पर करोड़ों की इस डकैती को कैसे और कहां अंजाम दिया। पुलिस ने पूरी सूझबूझ दिखाते हुए करोड़ों का सोना और 25 लाख कैश की बरामदगी करने के साथ ही इन शातिरों पर कस दिया है अपना शिकंजा और गैंग के पांच डकैत पहुंच गये हैं सलाखों के पीछे।
छह शातिरों के इस गैंग ने नासिक के मणापुरम फाइनेंस को अपना निशाना बनाया था। फिल्मी अंदाज में इन लोगों ने वहां पहुंचने के बाद करोड़ों का सोना जब्त करने के नाम पर अपनी गाड़ी में लादा और वहां से फरार हो गए। बाद में जब फाइनेंस कंपनी ने पुलिस से सोने की जब्ती के संबंध में पूछताछ की तब जाकर इस डकैती का खुलासा हुआ।
पुलिस के मुताबिक इन शातिरों ने फिल्म `स्पेशल 26` देखने के बाद उसी तर्ज पर मोटा हाथ साफ करने की योजना बनाई थी। इसी इरादे से इन लोगों ने मणापुरम फाइनेंस कंपनी में काम कर चुके दीपक दलवी को अपने साथ मिलाया। दीपक से ही मणापुरम फाइनेंस कंपनी की नासिक शाखा में 15 किलो से ज्यादा सोना होने की बात पता चली थी, इसके बाद इन लोगों ने बाकायदा पुलिस की वर्दी खरीदी, नकली पिस्टल खरीदे, एक फर्जी वारंट तैयार किया, फिर छापेमारी का अभ्यास भी किया ताकि किसी को शक न हो और फिर एक अक्टूबर को इस गैंग ने मणापुरम फाइनेंस को अपना निशाना बना लिया।

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