जम्मू : पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द करने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा दिए गए तर्क पर प्रहार करते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि वार्ता को बहाल किए जाने की जरूरत है क्योंकि इसका दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
उमर ने भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त के साथ कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की बैठक के कारण वार्ता रद्द करने के निर्णय पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि इसके बजाए संघर्षविराम उल्लंघन और पाकिस्तान की अंदरूनी स्थिति को कारण बनाया जाना चाहिए था।
उमर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘अगर संघर्षविराम उल्लंघन कारण होता तो ठीक था। अगर पाकिस्तान में अनिश्चितता भी कारण होता तो कुछ हद तक समझ में आता है। लेकिन ‘जिस कारण : पाकिस्तानी उच्चायुक्त द्वारा कश्मीरी अलगाववादियों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया जाना : से भारत सरकार ने वार्ता को रद्द किया, वह केवल एक चाय की प्याली है?’