पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को जदयू अध्यक्ष शरद यादव को अपना ‘राजनीतिक गुरू’ बताया।
सुशील मोदी ने गुरुवार की कहासुनी की घटना की निंदा करते हुए विधान परिषद में कहा, ‘मैं शरद यादव का अपने राजनीतिक गुरु की तरह सम्मान करता हूं।’ वरिष्ठ नेताओं के साथ अपने संबंधों के बारे में मोदी ने कहा कि उनका कालेज के दिनों से राजनीति में आने के बाद 40 वर्ष से नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और रामविलास पासवान से निजी और राजनीतिक रिश्ता है।
मोदी ने गुरुवार को नीतीश कुमार पर बिहार विधानमंडल के ऊपरी सदन में भाजपा सदस्यों से झगड़े के लिए जदयू सदस्यों को ‘उकसाने’ का आरोप लगाया था। भाजपा नेता के करीबी सूत्रों ने बाद में मीडिया के एक धड़े को बताया कि जदयू अध्यक्ष ने बिहार में राजग शासन के सात वर्षों के दौरान सुशील मोदी को उपमुख्यमंत्री बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
जदयू प्रमुख राष्ट्रीय स्तर पर राजग के संयोजक रह चुके हैं। सूत्रों ने कहा कि शरद यादव ने वर्ष 2005 में सुशील मोदी से राज्य की राजनीति में वापस आने के लिए कहा था और उन्हें नीतीश कुमार की सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
सुशील मोदी वर्ष 2005 में भागलपुर से संसद सदस्य थे जिससे बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। वह नवंबर 2005 में राजग के सत्ता में आने के बाद नीतीश कुमार की तरह विधान परिषद के सदस्य बने थे।