बीजेपी के साथ संघर्ष को लेकर आशुतोष और शाजिया से पूछताछ, चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को भेजा नोटिस
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बीजेपी के साथ संघर्ष को लेकर आशुतोष और शाजिया से पूछताछ, चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को भेजा नोटिस

बीजेपी के साथ संघर्ष को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता आशुतोष और शाजिया इल्मी को एक प्राथमिकी में नामजद किए जाने के बाद गुरुवार को पुलिस ने उनसे पूछताछ की।

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ज़ी मीडिया ब्‍यूरो
नई दिल्ली : बीजेपी के साथ संघर्ष को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता आशुतोष और शाजिया इल्मी को एक प्राथमिकी में नामजद किए जाने के बाद गुरुवार को पुलिस ने उनसे पूछताछ की। आशुतोष और शाजिया पर बुधवार को भाजपा मुख्यालय के बाहर हिंसा भड़काने का आरोप है। गुजरात के पाटन जिले में ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को कल कुछ देर के लिए हिरासत में लिए जाने के बाद दिल्ली के अशोक रोड में भाजपा मुख्यालय के बाहर कथित तौर पर दोनों नेताओं ने एक हिंसक प्रदर्शन की अगुवाई की थी। भाजपा और ‘आप’ के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर पथराव किया था।
वहीं, दिल्ली के मुख्य चुनाव कार्यालय ने यहां भाजपा मुख्यालय के बाहर हिंसक प्रदर्शन को लेकर आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के लिए आज आम आदमी पार्टी को नोटिस भेजा। नई दिल्ली के उपायुक्त और जिला चुनाव अधिकारी ने इस पार्टी से शुक्रवार दोपहर तीन बजे तक का समय देकर पूछा है कि आचार संहिता के उल्लंघन और चुनाव अधिकारियों से अनुमति लिये बगैर प्रदर्शन करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाए।
उधर, चुनाव आयुक्‍त एचएस ब्रहमा ने कहा कि बीजेपी मुख्‍यालय के बाहर बिना अनुमति के विरोध प्रदर्शन और आचार संहिता के उल्‍लंघन को लेकर चुनाव आयोग की दिल्‍ली विंग आम आदमी पार्टी के खिलाफ समुचित कार्रवाई करेगी। गौरतलब है कि चुनाव तारीखें घोषित होने के बाद कल आचार संहिता लागू हुई थी। दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी विजय देव ने कहा कि हमने संबंधित प्राधिकार से अनुमति लिये बगैर भाजपा कार्यालय के समाने कल अशोक रोड पर प्रदर्शन करके आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए आप को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा कि हमने भाजपा मुख्यालय के बाहर कल हुए प्रदर्शन को लेकर उनसे 24 घंटों में स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रावधान हैं जिससे दोषी ठहराने से लेकर राजनीतिक दलों की मान्यता तक रदद हो सकती है लेकिन यह आचार संहिता के उल्लंघन और उनके स्पष्टीकरण की प्रकृति पर निर्भर करेगा। देव ने कहा कि हालांकि कार्रवाई पर फैसला चुनाव आयोग द्वारा किया जाएगा।
इससे पहले, गिरफ्तारी की अटकलों के बीच पत्रकार से नेता बनीं शाजिया को ग्रेटर कैलाश स्थित उनके घर से महिला पुलिसकर्मियों की एक टीम उन्हें संसद मार्ग थाने ले गयी । थाने में करीब डेढ़ घंटे तक वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की। बाद में उन्हें जाने दिया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शाजिया को पूछताछ के लिए पुलिस थाने लाया गया और बाद में छोड़ दिया गया। मामले की जांच जारी है। पत्रकार से नेता बने आशुतोष को ‘आप’ के मॉडल टाउन स्थित दफ्तर से मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया जहां उनसे एक घंटे से भी ज्यादा समय तक पूछताछ हुई।
शाम 6 बजे आशुतोष ने ट्वीट किया, अब भी मंदिर मार्ग थाने में हूं। पूछताछ पूरी हो चुकी है। मेडिकल जांच का इंतजार कर रहा हूं। अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। पूछताछ के बाद संवाददाताओं से बातचीत में शाजिया ने दावा किया कि उन्हें हिरासत में लिया गया था और उन्होंने हिंसा की शुरुआत नहीं की थी।
पुलिस ने बताया कि शाजिया को उनके ग्रेटर कैलाश स्थित आवास से महिला पुलिस कर्मियों की एक टीम ने उठाया और उन्हें पूछताछ के लिए संसद मार्ग पुलिस थाना लाया गया है। वहीं, पत्रकार से नेता बने आशुतोष को आप के मॉडल टाउन कार्यालय से उठाया गया और उन्हें संसद मार्ग थाना ले जाया गया है। आप नेता एवं दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती भी पुलिस थाना पहुंचे हैं।
यहां भाजपा मुख्यालय के बाहर हुई झड़प के सिलसिले में शाजिया और आशुतोष तथा आप के अन्य स्वयंसेवियों के खिलाफ बीती रात संसद मार्ग पुलिस थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस ने शुरुआत में 33 लोगों को हिरासत में लिया था, जिनमें से 14 को बीती रात गिरफ्तार कर लिया गया जबकि अन्य लोगों को छोड़ दिया गया। एक स्थानीय अदालत ने आज दोपहर आप के 14 स्वयंसेवियों की जमानत मंजूर कर ली। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन स्थल पर मौजूद एवं पहचाने गए सभी लोगों का नाम प्राथमिकी में शामिल किया गया है। पुलिस ने बताया कि आप के 13 कार्यकर्ता और भाजपा के 10 समर्थक सहित करीब 28 लोग झड़पों में घायल हुए हैं।
शाजिया ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस आप पर निशाना साध रही है और इस बात पर आश्चर्य जताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। शाजिया ने दावा किया कि कल, हमें दिल्ली पुलिस का भेदभाव देखने को मिला, जो शांति से प्रदर्शन कर रहे आप समर्थकों को तितर बितर करने के लिए भाजपा से मिल गई। पुलिस को भाजपा मुख्यालय के अंदर से फेंकी गई ईंट, पत्थर और कुर्सियां नहीं दिखाई दी, उन्हें सिर्फ बाद में जवाब देते हुए लोग नजर आए। पुलिस भाजपा समर्थकों को बचा रही है। पुलिस ने आप के प्रदर्शन को पूरी तरह से गैर कानूनी बताया है क्योंकि पार्टी ने इसकी इजाजत नहीं ली थी।
आशुतोष ने आप कार्यकर्ताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस पर पूर्वाग्रह रखने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया, झड़प में आप कार्यकर्ता घायल हुए। भाजपा नेताओं ने हमारे समर्थकों को पीटा। दिल्ली पुलिस ने उस वक्त कार्रवाई की जब भाजपा कार्यालय में फूलों के गमले क्षतिग्रस्त हुए लेकिन जब हमारे समर्थक घायल हुए उस वक्त उन्होंने कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने बताया कि उसे समूची घटना की वीडियोग्राफी मिली है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में और गिरफ्तारी होने की संभावना है। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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