व्यापमं घोटाला : संघ नेता सुरेश सोनी तक पहुंची जांच की आंच
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व्यापमं घोटाला : संघ नेता सुरेश सोनी तक पहुंची जांच की आंच

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में व्यापमं भर्ती घोटाले की जांच की आंच अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आला नेताओं तक पहुंच गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (MPPEB-व्यापमं) के आरोपी अधिकारियों ने पूछताछ में आरएसएस के पूर्व सरसंघचालक दिवंगत केएस सुदर्शन और सहसरकार्यवाह सुरेश सोनी पर सिफारिश करने का आरोप लगाया है। हाईकोर्ट की निगरानी में स्पेशल टास्क फोर्स इस मामले की जांच कर रही है।

व्यापमं घोटाला : संघ नेता सुरेश सोनी तक पहुंची जांच की आंच

भोपाल : मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में व्यापमं भर्ती घोटाले की जांच की आंच अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आला नेताओं तक पहुंच गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (MPPEB-व्यापमं) के आरोपी अधिकारियों ने पूछताछ में आरएसएस के पूर्व सरसंघचालक दिवंगत केएस सुदर्शन और सहसरकार्यवाह सुरेश सोनी पर सिफारिश करने का आरोप लगाया है। हाईकोर्ट की निगरानी में स्पेशल टास्क फोर्स इस मामले की जांच कर रही है।

संघ के इन दो बड़े नेताओं पर आरोप सामने आने के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने कहा है कि अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। मालूम हो कि के.के. मिश्रा इस घोटाले को जोर-शोर से उठाते रहे हैं और उन पर प्रदेश सरकार मानहानि का मुकदमा भी दायर कर चुकी है।

व्यापमं के पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी ने एसटीएफ को बताया, 'पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने खाद्य निरीक्षक पद के लिए मिहिर समेत पांच लोगों के नाम दिए थे और उन्‍होंने ही कहा था कि इसमें सुरेश सोनी का आदमी भी है। जाहिर है आरएसएस के सुरेश सोनी लक्ष्मीकांत शर्मा के करीबी माने जाते हैं।

उन्होंने बताया, 'मिहिर (रोल नंबर 702735) आरएसएस नेता सुरेश सोनी के आदमी हैं। उन्होंने राज कुमार धाकड़ (रोल नंबर 703897), नरेश चंद सागर (रोल नंबर 707032), सुनील कुमार साहू (रोल नंबर 711230) और अवधेश भार्गव (रोल नंबर 705133) की भी सिफारिश की थी। उनके ओएसडी ओपी शुक्ला ने मुझसे कहा था कि पांचों उम्मीदवार बहुत महत्वपूर्ण हैं।'

मिहिर कुमार ने एसटीएफ को बताया, 'मैं केएस सुदर्शन के सहायक के तौर पर काम करता था। मैंने खाद्य निरीक्षक (2012) के अपने आवेदन फॉर्म की फोटोकॉपी सुदर्शन को दी थी और उनसे अपनी नौकरी के लिए गुजारिश की थी। उन्होंने इसके लिए तुरंत पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को फोन किया। लक्ष्मीकांत शर्मा ने नौकरी देने के लिए आश्वासन दिया था।'

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