धैर्य बनाये रखने से मिली जीत: साइना

साल में दूसरा खिताब जीतने से उत्साहित भारतीय बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने आज कहा कि संयम के कारण ही वह बैंकाक में थाईलैंड ओपन ग्रां प्री गोल्ड में ट्राफी जीतने में सफल रहीं।

नई दिल्ली : साल में दूसरा खिताब जीतने से उत्साहित भारतीय बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने आज कहा कि संयम के कारण ही वह बैंकाक में थाईलैंड ओपन ग्रां प्री गोल्ड में ट्राफी जीतने में सफल रहीं।
दुनिया की पांचवीं नंबर की इस 22 वर्षीय ने खिलाड़ी ने मार्च में स्विस ओपन में अपना खिताब बरकरार रख था, उन्होंने आज थाईलैंड की राचानोक इंथानोन को एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 19-21 , 21-15 , 21-10 से पहला थाईलैंड ओपन ग्रां प्री गोल्ड खिताब जीता।
साइना ने बैंकाक से कहा, ओवरऑल, मैं अपने प्रदर्शन से काफी खुश हूं क्योंकि मैं काफी शांत और सहज थी। यह मेरे लिये कारगर साबित हुआ। उन्होंने कहा, ऐसा भी समय आता है जब मैं दबाव में आ जाती हूं और परेशान हो जाती हूं। लेकिन इस टूर्नामेंट में पिछड़ने पर भी मैंने काफी धर्य रखा। मैंने आसान गलतियां नहीं की, मैंने लंबी रैलियां खेली और कुछ अच्छे स्मैश भी लगाये। साथ ही मेरा नेट गेम भी अच्छा था। इस टूर्नामेंट में साइना ने किसी भी शीर्ष रैंकिंग खिलाड़ी का सामना नहीं किया है लेकिन उन्होंने फिर भी कहा कि उन्हें कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा।
साइना ने अगले हफ्ते के टूर्नामेंट के बारे में बताते हुए कहा, मैं इस खिताब को जीतकर खुश हूं। यह आसान नहीं था। लेकिन मैंने कठिन मैचों में अच्छा खेल दिखाया लेकिन इंडोनेशिया सुपर सीरीज से पहले यह अच्छी जीत थी।
साइना ने कहा, यह अच्छा मैच अभ्यास था और ओलंपिक की तैयारियां शुरू करने का सही तरीका था। शीर्ष स्तर पर खेलना कठिन होता है। उन्होंने कहा, इंडोनेशिया के बाद गोपी सर (राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद) ओलंपिक के लिये मेरा ट्रेनिंग कार्यक्रम बनायेंगे। यह जीत उनके, मेरे परिवार और समर्थकों के लिये है जो हमेशा मेरे साथ रहे हैं। साइना ने कहा कि उनके गेम में कुछ विभाग ऐसे हैं, जिनमें उन्हें काम करने की जरूरत है लेकिन फिलहाल वह अगले टूर्नामेंटों पर ध्यान लगा रही हैं।
उन्होंने कहा, कोई भी खिलाड़ी संपूर्ण नहीं होता इसलिये कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां मुझे काम करना होगा। लेकिन अगला टूर्नामेंट कुछ ही दिन बाद है तो मैं ज्यादा कुछ नहीं कर सकती। साइना ने कहा, इंडोनेशिया काफी कठिन होगा, मैं पहले राउंड में जापान की शोजी सातो से खेल रही हूं और चीन की सभी खिलाड़ी भी वहां होंगी। मैं कल इंडानेशिया के लिये रवाना हो रही हूं और मेरे मैच बुधवार से शुरू होंगे। यह पूछने पर कि क्या थाईलैंड ओपन की जीत ओलंपिक से पहले उनका मनोबल बढ़ायेगी तो उन्होंने कहा, जीत दर्ज करना सचमुच अच्छा है लेकिन मेरा आत्मबल कभी भी गिरा हुआ नहीं था। यह अलग टूर्नामेंट है और जितने भी मैच मैंने खेले, उन सभी मैचों में मैंने जीतने की उम्मीद नहीं छोड़ी। (एजेंसी)

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