काहिरा : मिस्र के सैन्य शासकों ने मंगलवार को शक्तिशाली आपात आयोग का गठन किया, जिसमें ज्यादातर वर्दीधारी (सेना के अधिकारी) शामिल हैं । एक ओर देश के सैन्य शासक अपने नियंत्रण को बढ़ाने में लगे हुए हैं और दूसरी ओर जनता सेना के इस कदम के खिलाफ फिर से प्रदर्शन करने के लिए तैयार हो रही है।
सोलह सदस्यों वाली ‘नेशनल डिफेंस कांउसिल’ सिर्फ आपातकाल के समय और देश पर खतरा होने की स्थिति में ही सक्रिय होती है। पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के सत्ता से बाहर जाने के बाद काउंसिल पहली बार सक्रिय हुई है। ‘सुप्रीम काउंसिल ऑफ आम्र्ड फोर्सेज’ ने आज ‘नेशनल डिफेंस कांउसिल’ को फिर से सक्रिय करने की घोषणा की।
‘नेशनल डिफेंस कांउसिल’ का अध्यक्ष राष्ट्रपति होता है । इसके अलावा 11 सदस्य सेना के और पांच सदस्य जनप्रतिनिधि होते हैं जिनमें संसद के सदनों के अध्यक्ष, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री शामिल होता है। (एजेंसी)
मिस्र
मिस्र में सेना का नियंत्रण बढ़ा, संघर्ष संभव
मिस्र के सैन्य शासकों ने मंगलवार को शक्तिशाली आपात आयोग का गठन किया, जिसमें ज्यादातर वर्दीधारी (सेना के अधिकारी) शामिल हैं । एक ओर देश के सैन्य शासक अपने नियंत्रण को बढ़ाने में लगे हुए हैं और दूसरी ओर जनता सेना के इस कदम के खिलाफ फिर से प्रदर्शन करने के लिए तैयार हो रही है।
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