अमेरिका प्रत्यर्पित नहीं किए जाने की गारंटी के बिना दूतावास नहीं छोड़ेंगे असांजे

विकीलीक्स के संस्थापक जुलियान असांजे अमेरिका को प्रत्यार्पित नहीं किए जाने की गारंटी मिले बिना लंदन में इक्वाडोर दूतावास नहीं छोड़ेंगे जहां वह दो साल से अधिक समय से रह रहे हैं। असांजे की वकील जेनिफर रोबिन्सन ने मंगलवार को यह जानकारी दी। असांजे ने सोमवार रात कहा था कि वह जल्द ही दूतावास छोड़ देंगे क्योंकि वह दिल की बीमारी तथा कई अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं।

अमेरिका प्रत्यर्पित नहीं किए जाने की गारंटी के बिना दूतावास नहीं छोड़ेंगे असांजे

मेलबर्न : विकीलीक्स के संस्थापक जुलियान असांजे अमेरिका को प्रत्यार्पित नहीं किए जाने की गारंटी मिले बिना लंदन में इक्वाडोर दूतावास नहीं छोड़ेंगे जहां वह दो साल से अधिक समय से रह रहे हैं। असांजे की वकील जेनिफर रोबिन्सन ने मंगलवार को यह जानकारी दी। असांजे ने सोमवार रात कहा था कि वह जल्द ही दूतावास छोड़ देंगे क्योंकि वह दिल की बीमारी तथा कई अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं।

यहां एबीसी रेडियो प्रस्तोता रोबिन्सन ने कहा कि दूतावास में दो साल के प्रवास ने असांजे की सेहत पर काफी प्रभाव डाला है। उन्होंने कहा, ‘जितना जल्द संभव हो सकेगा ऐसा समझौता किया जाएगा जो असांजे को दूतावास छोड़ने की अनुमति दे और साथ ही उनकी राजनीतिक शरण के अधिकार की भी रक्षा हो। इससे उन्हें अमेरिका प्रत्यार्पित किए जाने से संरक्षण मिलेगा। और अभी तक ऐसा हुआ नहीं है।’

जेनिफर ने कहा, ‘वह दो साल से अधिक समय से वहां हैं और दूतावास के भीतर के हालात बहुत अच्छे नहीं हैं। वहां उनके कसरत करने के लिए कोई जगह नहीं है और इससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘हम इस आश्वासन की मांग कर रहे हैं कि उन्हें अमेरिका प्रत्यार्पित नहीं किया जाएगा। यही हमेशा से उनकी चिंता रही है। इसकी कोई समय सीमा बता पाना वाकई मुश्किल है।’

43 वर्षीय असांजे ने स्वीडन में प्रत्यार्पित किए जाने से बचने के लिए जून 2012 में दूतावास में शरण मांगी थी। स्वीडन में उन पर बलात्कार और यौन उत्पीड़न के आरोपों में मुकदमा चलाया जा सकता है। उन्होंने आशंका थी कि स्वीडन प्रत्यार्पित किए जाने के बाद उन्हें विकीलीक्स मामले में अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा सकता है।

 

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