बगदाद : इराक के सुन्नी अरब राजनीतिज्ञों ने संसद के स्पीकर पद के लिए एक प्रत्याशी का चयन किया है। समझा जाता है कि इस कदम से अप्रैल में हुए चुनाव के बाद नई सरकार बनाने के लिए प्रयास पुनर्जीवित हो सकते हैं। उधर, बंदूकधारियों ने बगदाद के एक आवासीय परिसर की दो इमारतों में घुस कर 29 महिलाओं सहित कम से कम 33 लोगों को मार डाला।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बंदूकधारी पूर्वी बगदाद के पड़ोस में स्थित ज़यौनाह की इमारतों में घुसने से पहले कार में आते देखे गए थे। उन्होंने कहा कि कल कम से कम 18 लोग जख्मी हुए थे। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी, गृह मंत्रालय के एक अधिकारी और अस्पताल के अधिकारियों ने हताहतों की संख्या की पुष्टि की है। इतने लोगों को मार डालने का मकसद फौरन स्पष्ट नहीं हो पाया।
संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को चेतावनी दी थी कि इराक के राजनीतिज्ञों को अपने मतभेद दरकिनार कर तत्काल एक सरकार बनानी चाहिए वर्ना हालात और बिगड़ सकते हैं। इराकी सांसद शनिवार को संसद सत्र आयोजित करेंगे जिसमें स्पीकर तथा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति होगी। यह उम्मीद की जा रही है कि नया नेतृत्व हिंसा पर अंकुश लगा सकेगा।
संसद के सुन्नी समूह ‘यूनाइटेड फॉर चेंज’ ने एक बयान में कहा है ‘चुनाव हुआ जिनमें डॉक्टर सलीम अल जबूरी ने सांसदों का विश्वास जीता। संसद के स्पीकर पद के लिए सुन्नी समूह के उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम की पुष्टि की गई।’ परंपरा के अनुसार, संसद के प्रमुख का पद इराक के अल्पसंख्यक सुन्नियों को, राष्ट्रपति का पद कुर्दों को और प्रधानमंत्री का पद इराक के बहुसंख्यक शियाओं को दिया जाता है।