इजराइल ने आज गाजा पट्टी पर और हवाई हमले किये तथा इजराइली सेना ने हमास शासित क्षेत्र से आये एक ड्रोन विमान को मार गिराने का दावा किया। करीब एक सप्ताह से जारी इस संघर्ष में यह पहला मौका है जब इजराइली सेना ने गाजा के इस तरह के किसी हथियार को मार गिराने का दावा किया है। इस संघर्ष में अब तक करीब 175 लोगों के मारे जाने की आशंका है।
Trending Photos
गाजा/यरूशलम : इजरायल ने सोमवार को गाजा पट्टी पर और हवाई हमले किये तथा इजरायली सेना ने हमास उग्रवादियों द्वारा पहली बार प्रयोग किये गये एक ड्रोन विमान को मार गिराया। करीब एक सप्ताह से जारी संघर्ष को खत्म करने के लिए दोनों पक्षों पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। इस संघर्ष में अब तक करीब 177 फलस्तीनियों की मौत हुई है।
इजरायल ने संघर्षविराम की वैश्विक मांग पर जमीनी हमले भले ही रोक दिये हों लेकिन उसकी सेना ने हवाई हमले जारी रखे जिसमें आज छह लोगों की मौत हुई। इजरायली सेना ने कहा कि उसने अशदोद शहर के पास इजरायली तटवर्ती क्षेत्र पर एक ड्रोन विमान को मार गिराया। हमास की सैन्य शाखा ने एक बयान में कहा कि उसने इस्राइल की सीमा में कई ड्रोन भेजे हैं और सही समय पर वे विस्तृत जानकारी देंगे।
इस बीच गाजा पट्टी के उत्तरी क्षेत्र में बेत लाहिया क्षेत्र के करीब 17 हजार लोगों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित सुविधा केन्द्रों में शरण ली क्योंकि इजरायल ने रविवार को इस क्षेत्र के लोगों को अपने घर छोड़ने की चेतावनी दी थी।
इजरायली युद्धक विमानों ने खाली किये गये स्थानों पर बमबारी करके कथित विस्फोटक दागने वाले स्थलों और हमास तथा इस्लामी जिहाद जैसे उग्रवादियों संगठनों के सदस्यों के घरों को निशाना बनाया।
गाजा में ज्यादातर हमले हवाई मार्ग से किये गये लेकिन माना जा रहा है कि इजरायली नौसेना ने समुद्र मार्ग से भी गोले दागे। जवाब में उग्रवादियों ने भी इस्राइली क्षेत्र पर राकेट दागे जिससे एक किशोर छह दिन के संघर्ष में गंभीर रूप से घायल होने वाला दूसरा इजरायली नागरिक बना। एश्केटोन शहर पर दो राकेट से हुए हमले में यह किशोर घायल हुआ। हालांकि इन राकेट हमलों से किसी इस्राइली की मौत नहीं हुई। इजरायली हवाई हमलों में आज हमास की सैन्य शाखा के तीन प्रशिक्षण केन्द्रों और गाजा शहर में इमारतों को निशाना बनाया गया जिससे कई लोग घायल हुए।
फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, आज सुबह तक इस संघर्ष में मरने वालों की संख्या 177 पहुंच गई जिसमें सभी फलस्तीनी हैं। इसके अलावा 1280 लोग घायल भी हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने खबर दी कि इजरायली हमलों में कुछ चरमपंथी भी मारे गये हैं लेकिन करीब 70 प्रतिशत लोग आम नागरिक हैं। मरने वालों में 30 से अधिक बच्चे हैं।
इजरायल ने संघर्षविराम की अंतरराष्ट्रीय मांग को दरकिनार करते हुए कहा कि वह तब तक संघर्ष जारी रखेगा जब तक उग्रवादी संगठन हमास उसके क्षेत्र में राकेट दाग रहा है।
इजरायली हमले का बचाव करते हुए प्रधानमंत्री बेंजामिन बेतन्याहू ने कहा, ‘दुर्घटनावश किसी नागरिक की मौत होने का हमें अफसोस है लेकिन नागरिकों की मौत की पूरी जिम्मेदारी हमास की है।’ इजरायल के विदेश मंत्री अविगदोर लीबरमैन ने कहा कि सभी विकल्प खुले हुए हैं और उन्होंने इस स्थिति के अस्थायी समाधान के खिलाफ चेताया।
जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रांक वाल्टर स्टेनमियर इस संकट का समाधान निकालने के लिए आगामी दिनों में इस क्षेत्र में बैठक करेंगे।