इस्लामाबाद : पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने प्रदर्शनकारियों पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि कोई ‘बड़ा या छोटा मार्च’ लोकतंत्र को पटरी से नहीं उतार सकता, हालांकि इमरान खान ने कहा है कि वह शरीफ के इस्तीफा देने तक अपना धरना जारी रखेंगे।
प्रधानमंत्री के प्रति समर्थन जाहिर करने और मौजूदा गतिरोध पर चर्चा के लिए बुलाए गए संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा, ‘देश में नापाक तत्वों की योजना संसद में नाकाम हो गई है।’ उन्होंने कहा कि राजधानी से प्रदर्शनकारियों को हटाने का विकल्प सरकार के पास है, लेकिन बल प्रयोग से उन महिलाओं एवं बच्चों को नुकसान पहुंच सकता है जिन्हें प्रदर्शनकारी समूह ‘इंसानी ढाल’ के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मौजूदा हालात ने पाकिस्तान को उपहास का पात्र बना दिया है।..इन लोगों को जनता की अदालत का सामना करना होगा और उन्होंने जो कुछ किया है उसका उन्हें जवाब देना होगा।’ शरीफ ने कहा, ‘कोई भी बड़ा या छोटा मार्च हमें लोकतंत्र को कायम रखने के हमारे मिशन से भटका नहीं सकता।’
धरने से पैदा हुई दिक्कतों का जिक्र करते हुए शरीफ ने कहा, ‘चीन के राष्ट्रपति भारत में हैं और इस समय वह यहां पाकिस्तान भी आने वाले थे।’ गौरतलब है कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग भारत दौरे पर हैं, लेकिन पाकिस्तान के राजनीतिक संकट के कारण इस्लामाबाद नहीं जा रहे हैं।
बीते 14 अगस्त से प्रदर्शन कर रहे पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान और पाकिस्तान अवामी तहरीक के मौलाना ताहिर उल कादरी अब भी प्रधानमंत्री शरीफ के इस्तीफे की मांग पर अड़े हुए हैं। इमरान ने बीती रात अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं की रिहाई होने तक विपक्षी जिरगा के साथ कोई बातचीत नहीं होगी।
उन्होंने कहा, ‘मैं प्रदर्शनकारियों के साथ धरने पर एक साल तक बैठने को तैयार हूं, लेकिन प्रधानमंत्री के इस्तीफा देने तक यह जगह नहीं छोड़ूंगा।’