तालिबान के खिलाफ पाकिस्तान की आक्रामक कार्रवाई में 200 से ज्यादा आतंकी ढेर
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तालिबान के खिलाफ पाकिस्तान की आक्रामक कार्रवाई में 200 से ज्यादा आतंकी ढेर

पाकिस्तान के अशांत उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान के खिलाफ सेना की कार्रवाई में 200 से अधिक चरमपंथी मारे गए। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई से कहा है कि वह पाकिस्तान से भाग रहे आतंकवादियों के अफगानिस्तान में प्रवेश पर रोक लगाएं ।

तालिबान के खिलाफ पाकिस्तान की आक्रामक कार्रवाई में 200 से ज्यादा आतंकी ढेर

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के अशांत उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान के खिलाफ सेना की कार्रवाई में 200 से अधिक चरमपंथी मारे गए। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई से कहा है कि वह पाकिस्तान से भाग रहे आतंकवादियों के अफगानिस्तान में प्रवेश पर रोक लगाएं ।

सेना ने आज कहा कि उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान में कम से कम 25 आतंकवादी मारे गए। आज की कार्रवाई के बाद बीते तीन दिनों में मारे गए आतंकवादियों की संख्या 212 हो गई।

लड़ाकू विमानों ने आज सुबह आतंकवादियों के छह ठिकानों को नष्ट कर दिया। इनमें एक प्रशिक्षण शिविर और आईईडी बनाने की फैक्टरी शामिल है। सेना के प्रवक्ता ने मेजर जनरल आसिम सलीम बाजवा ने कहा, ‘हमले में 25 विदेशी और स्थानीय आतंकवादी मारे गए।’ उन्होंने कहा कि अभियान योजना के मुताबिक आगे बढ़ रहा है और आतंकवादियों के साथ सभी ठिकानों को घेर लिया है।

उधर, प्रधानमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने आतंकवादियों के खिलाफ सहयोग के लिए शरीफ और करजई के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत की पुष्टि की । यह बातचीत कल इन खबरों के बाद हुई कि उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान के गढ़ में सेना द्वारा अभियान छेड़े जाने के बाद से 2,000 से अधिक लोग सुगम सीमा के जरिए अफगानिस्तान में प्रवेश कर गए हैं ।

पाकिस्तान में सेना द्वारा चलाए जा रहे अभियान को ‘जर्ब-ए-अज्ब’ (पैगंबर की तलवार का प्रहार) नाम दिया गया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि सेना रमजान के महीने, जो इस महीने के अंत में शुरू होगा, से पहले अभियान को पूरा कर लेना चाहती है ।

एक सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने अपनी श्रीलंका यात्रा स्थगित कर दी है । उन्हें चार दिन की कोलंबो यात्रा पर आज रवाना होना था, लेकिन उत्तरी वजीरिस्तान में अभियान की वजह से उन्हें यह स्थगित करनी पड़ी । पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच घनिष्ठ रक्षा संबंध हैं ।

सेना ने यह अभियान कराची में पिछले हफ्ते देश के सबसे बड़े हवाईअड्डे पर हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया है । कराची हमले में 10 उज्बेक आतंकियों सहित करीब 40 लोग मारे गए थे ।

ऐसी खबरें हैं कि लोग संघर्ष क्षेत्र से पलायन कर रहे हैं और उत्तर पश्चिम के बन्नू शहर की ओर जा रहे हैं जहां उनके लिए शिविर स्थापित किए गए हैं । प्रधानमंत्री शरीफ ने लड़ाई में विस्थापित होने वाले लोगों के मामले को देखने के लिए संघीय मंत्री कादरी बलोच को प्रभारी के रूप में नियुक्त किया है ।    (एजेंसी)

 

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