गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है दक्षिणपूर्वी एशिया: राइस
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गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है दक्षिणपूर्वी एशिया: राइस

दक्षिण पूर्वी एशियाई क्षेत्र में भारत और चीन जैसी प्रमुख ताकतों के सक्रिय होने के कारण, व्यापक संभावनाओं से भरपूर इस क्षेत्र को खुद को नए समीकरणों के अनुसार ढालने में गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका की एक शीर्ष अधिकारी ने इस चुनौती को रेखांकित किया है।

वाशिंगटन : दक्षिण पूर्वी एशियाई क्षेत्र में भारत और चीन जैसी प्रमुख ताकतों के सक्रिय होने के कारण, व्यापक संभावनाओं से भरपूर इस क्षेत्र को खुद को नए समीकरणों के अनुसार ढालने में गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका की एक शीर्ष अधिकारी ने इस चुनौती को रेखांकित किया है।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसेन राइस ने कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया व्यापक संभावनाओं से भरा हुआ है। यह गंभीर सवालों का भी सामना कर रहा है कि कैसे खुद को ढाला जाए क्योंकि प्रमुख ताकतें क्षेत्र में अधिक सक्रिय हो गयी हैं। राइस ने एक बैठक में कहा कि चीन का उत्थान, जापान का नए सिरे से खड़े होना, भारत का पुनर्जागरण, और निश्चित रूप से, अमेरिका का पुनर्संतुलन, समीकरण वास्तविक हैं और दक्षिण पूर्व एशिया में ये चौतरफा एक दूसरे के साथ जुड़ गए हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि ये सभी समीकरण एक व्यापक आपसी सहयोग की संभावनाओं के रूप में सामने आने चाहिए और इन्हें केवल प्रमुख ताकतों के बीच में प्रतिस्पर्धा के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

राइस ने कहा कि दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों को प्रमुख ताकतों में से किसी एक के साथ खड़े नहीं होना चाहिए, खासतौर से जब बात अमेरिका और चीन की आती हो। क्षेत्र में अपने सभी सहयोगियों की स्वतंत्रता और संप्रभुता को बनाए रखना, यही दक्षिण पूर्वी एशिया के प्रति हमारी नीति का केंद्र बिंदु है।

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