रियल्टी में 5.5 फीसदी गिरावट, सेंसेक्स में मामूली तेजी
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रियल्टी में 5.5 फीसदी गिरावट, सेंसेक्स में मामूली तेजी

देश के शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में गत सप्ताह मामूली तेजी देखी गई। इस बीच रियल्टी सेक्टर में सर्वाधिक लगभग 5.5 फीसदी गिरावट देखी गई।

मुम्बई : देश के शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में गत सप्ताह मामूली तेजी देखी गई। इस बीच रियल्टी सेक्टर में सर्वाधिक लगभग 5.5 फीसदी गिरावट देखी गई। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 0.32 फीसदी या 64.49 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 20,103.53 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 0.17 फीसदी या 10.25 अंकों की तेजी के साथ 6,074.65 पर बंद हुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में आलोच्य अवधि में गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप 2.67 फीसदी या 191.23 अंकों की गिरावट के साथ 6,974.23 पर और स्मॉलकैप 3.09 फीसदी या 227.63 अंकों की गिरावट के साथ 7,142.71 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह सेंसेक्स के 16 शेयरों में तेजी और 14 में गिरावट रही। एलएंडटी (4.61 फीसदी), आईटीसी (4.32 फीसदी), मारुति सुजुकी (3.52 फीसदी), भारती एयरटेल (3.14 फीसदी) और डॉ. रेड्डीज लैब (2.90 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही, जबकि गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे टाटा मोटर्स (8.24 फीसदी), गेल (7.93 फीसदी), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (5.21 फीसदी), कोल इंडिया (3.83 फीसदी) और हिंदूस्तान यूनिलीवर (3.04 फीसदी)।
गत सप्ताह बीएसई के 13 में से पांच सेक्टरों पूंजीगत वस्तु (2.44 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.41 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.50 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.13 फीसदी) और बैंकिंग (0.10 फीसदी) में तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे रियल्टी (5.49 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (2.33 फीसदी), वाहन (2.01 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.92 फीसदी) और धातु (1.68 फीसदी)।
गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में केंद्र सरकार ने सोमवार को सोने और प्लेटिनम पर आयात शुल्क मौजूदा चार फीसदी से बढ़ाकर छह फीसदी कर दिया। तत्काल प्रभाव से लागू हुआ यह फैसला चालू खाता घाटा कम करने के लिए किया गया है। सरकार ने गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) को भी बैंकों द्वारा दी जाने वाली सोने की जमा योजनाओं से जोड़ने का फैसला लिया।
आर्थिक मामलों के सचिव अरविंद मायाराम ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि सोने के आयात को हतोत्साहित करने के मकसद से ऐसा किया गया है। भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है और यही इसके बढ़ते चालू खाता घाटा का एक बड़ा कारण है। (एजेंसी)

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