अब तस्वीर बताएगी दिल के हर पल का हाल
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अब तस्वीर बताएगी दिल के हर पल का हाल

अब दिल की धड़कन को मापने के लिये न किसी ईसीजी जैसे भारी उपकरण की जरुरत है और न ही हाथों पर पट्टियां बांधने की।

नई दिल्ली: अब दिल की धड़कन को मापने के लिये न किसी ईसीजी जैसे भारी उपकरण की जरुरत है और न ही हाथों पर पट्टियां बांधने की। हृदयगति का पता लगाने के इस जटिल काम को आप अपने फोन से भी अंजाम दे सकते हैं। बस आपको अपने फोन से अपनी तस्वीर लेनी है और आपका फोन ही आपको आपकी हृदय गति बता देगा।
हृदय गति मापने के लिये बस इतना करना है, अपना स्मार्टफोन उठाना है। इसके कैमरे से अपनी तस्वीर लेनी है और इसमें लगा सॉफ्टवेयर कुछ ही पलों में आपको आपकी हृदय गति बता देगा।
एप्पल द्वारा पेश किये गये इस नवीनतम ऐप्लीकेशकन की मदद से आप दौड़ लगाने, योग करने और बॉस से डांट खाने के बाद भी अपनी तस्वीर खींच कर हृदय गति का पता लगा सकते हैं।
एम आई टी मीडिया प्रयोगशाला में गहन शोध और प्रयोगों के बाद तैयार हुयी इस तकनीक के सहारे आप अपने दिन भर की औसत हृदय गति का भी पता लगा सकते हैं। इस एप्लीकेशन को इसकी वेबसाइट ‘कार्डियों डॉट कॉम’ से आप अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड कर सकते हैं।
प्रसिद्ध हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ नरेश त्रेहन का कहना है कि इस ऐप्लीकेशन के इस्तेमाल से उन लोगों को फायदा मिल सकता है जो हृदय गति में एकाएक बदलाव की समस्या से ग्रस्त रहते हैं। उन्होंने भाषा को बताया ‘‘इससे पहले भी ऐसे उपकरण आ चुके हैं जो सिर्फ छूकर ही हृदयगति का पता लगा लेते हैं पर इस तरह का आधुनिक ऐप्लीकेशन लोगों के लिये मददगार साबित हो सकता है। ’’

इस सॉफ्टवेयर में ऐसी सुविधायें भी शामिल की गयीं हैं जिनसे आप पता लगा सकते हैं कि दिन भर आपकी औसत हृदय गति कितनी रही। साथ ही साथ यह ऐप्लीकेशन आपकी मासिक औसत हृदय गति की गणना से यह भी अनुमान लगाया जा सकेगा कि आप कितने साल तक जी सकते हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान चेन्नई में शोध कर रहे अचिंत सेतिया ने बताया कि एप्पल अनेक तरह के एप्लीकेशन लांॅच कर रहा है जिनसे चिकित्सीय परीक्षणों को अंजाम दिया जा सकता है। ऐसे परीक्षण इतने सहज तरीके से किये जा सकते हंै कि आपको कम खर्च और कम ज़हमत उठाकर इनके परिणाम मिल सकते हैं। उनका मानना है कि भविष्य की तकनीक में अधिकतर इलेक्ट्रानिक उपकरणों को ‘बायोसेंसर’ की तरह इस्तेमाल किया जायेगा। यह ‘ऐप’ एप्पल फोन के साथ साथ आई पैड पर भी प्रयोग किया जा सकता है।
ट्रांस बायोम्ड जर्नल के अनुसार, ‘‘जब भी आपका दिल धड़कता है तो आपके चेहरे में अधिक रक्त पहुंचता है और अधिक रक्त प्रकाश को आत्मसात कर लेता है जिसकी वजह से चेहरे पर कम प्रकाश प्रतिबिम्बित हो पाता है। एक विशेष सॉफ्टवेयर के प्रयोग से आई फोन का कैमरा चेहरे में होने वाले इन सूक्ष्म बदलावों को पहचान लेता है और आपकी हृदय गति का पता लगा लेता है।’’ इसकी वेबसाइट ‘कार्डियो डॉट कॉम’ पर कुछ निर्देश दिये गये हैं जिनका तस्वीर खींचते वक्त आपको पालन करना होगा। इनमें कैमरे और चेहरे के बीच लगभग छह इंच की दूरी और कैमरे को स्थायी रखने जैसे निर्देश शामिल हैं। (एजेंसी)

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