'ईरान से रिश्तों को लेकर भारत पर दबाव'
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'ईरान से रिश्तों को लेकर भारत पर दबाव'

अमेरिका की, दक्षिण एशिया मामलों की एक जानीमानी विशेषज्ञ ने मंगलवार को कहा कि इस्राइली राजनयिकों को भारत में निशाना बनाया गया जिसके बाद नई दिल्ली को ईरान के साथ तेल के व्यापार तथा इस्राइल के साथ अपने तेजी से विकसित होते रक्षा संबंधों पर गंभीरता से सोचना होगा।

 

वॉशिंगटन : अमेरिका की, दक्षिण एशिया मामलों की एक जानीमानी विशेषज्ञ ने मंगलवार को कहा कि इस्राइली राजनयिकों को भारत में निशाना बनाया गया जिसके बाद नई दिल्ली को ईरान के साथ तेल के व्यापार तथा इस्राइल के साथ अपने तेजी से विकसित होते रक्षा संबंधों पर गंभीरता से सोचना होगा।

 

नयी दिल्ली में एक इस्राइली राजनयिक की गाड़ी को निशाना बना कर किए गए संदिग्ध आतंकी हमले के बाद ‘द हैरिटेज फाउंडेशन’ की लीजा कुर्टिस ने कहा, एक ओर ईरान को और दूसरी ओर अमेरिका तथा इस्राइल को साथ ले कर चलने में भारत की दिक्कत बढ़ती जाएगी। कुर्टिस ने कहा कि भारत को ईरान के साथ तेल के व्यापार तथा इस्राइल के साथ अपने तेजी से विकसित होते रक्षा संबंधों पर गंभीरता से सोचना होगा।

 

उन्होंने कहा, आने वाली महीनों में, समझा जाता है कि भारत और इस्राइल कई सैन्य करारों पर हस्ताक्षर करेंगे जिनमें सह उत्पादन और अत्याधुनिक इस्राइली प्रौद्योगिकियां शामिल होंगी। कुर्टिस ने कहा कि भारतीय अधिकारियों के लिए तेहरान के साथ अपने बढ़ते व्यापार संबंधों को छिपाना लगातार मुश्किल होता जाएगा।

 

उन्होंने तर्क दिया कि अमेरिका को ईरान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का पालन करने के लिए भारत पर लगातार दबाव बनाते रहना चाहिए लेकिन अमेरिकी अधिकारियों को अफगानिस्तान के संबंध में भारत की चिंता को लेकर ज्यादा संवेदनशील होना चाहिए।  (एजेंसी)

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