ओबामा ने चुनाव जीतने के लिए गांधी का भी लिया सहारा
Advertisement

ओबामा ने चुनाव जीतने के लिए गांधी का भी लिया सहारा

अमेरिका के दूसरी बार राष्ट्रपति बने बराक ओबामा ने अपने चुनाव प्रचार में महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला की परंपराओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें ऐसे वास्तविक बदलाव लाने के लिए समय की जरूरत है जिन्हें उन महान नेताओं ने शुरू किया था।

वाशिंगटन : अमेरिका के दूसरी बार राष्ट्रपति बने बराक ओबामा ने अपने चुनाव प्रचार में महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला की परंपराओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें ऐसे वास्तविक बदलाव लाने के लिए समय की जरूरत है जिन्हें उन महान नेताओं ने शुरू किया था। इस वर्ष मार्च में उन्होंने न्यूयार्क सिटी में अभियान के लिए धन जुटाने के क्रम में दोबारा चुने जाने के लिए अपनी उम्मीदवारी को ऐतिहासिक संदर्भ में पेश किया था। ओबामा ने अपनी आकांक्षाओं की तुलना दक्षिण अफ्रीका और भारत में आजादी के महान नेताओं से की।
उन्होंने कहा, नागरिक अधिकार आंदोलन काफी कठिन था। महिलाओं के लिए मताधिकार हासिल करना कठिन था। कामगारों को बुनियादी संरक्षण मुहैया कराना कठिन था। राजनीति में बदलाव लाना कितना कठिन है, इसकी चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, दुनिया भर में गांधी, नेल्सन मंडेला ने जो किया वह काफी कठिन था। उसमें समय लगा। उसमें एक कार्यकाल से अधिक का समय लगा। उसमें एक राष्ट्रपति :के कार्यकाल:से अधिक का समय लगता है। उसमें एक से ज्यादा आदमी की जरूरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को अपने मतों पर डटे रहना चाहिए और संघर्ष जारी रखना चाहिए। न्यूयार्क में ओबामा द्वारा खुद की तुलना गांधी एवं मंडेला से करने को मीडिया ने असाधारण करार दिया। लेकिन सवाल किये गये कि क्या यह ‘‘भव्यता का भ्रम’’ है।
ओबामा अपने भाषणों में अक्सर कहते हैं कि गांधी ने अमेरिकियों और डा. मार्टिन लूथर किंग जैसे अफ्रीकी अमेरिकियों को प्रभावित किया है। अमेरिका में एक स्कूल में परिसंवाद के दौरान ओबामा ने कहा कि यदि यह संभव होता तो वह महात्मा गांधी के साथ रात्रि भोज करना पसंद करते। इस वर्ष सितंबर में न्यूयार्क में संरा महासभा के वाषिर्क सत्र के दौरान अपने भाषण में भी उन्होंने गांधी का जिक्र किया था। इस भाषण में ही उन्होंने कहा कि विवादास्पद ‘‘इस्लाम विरोधी फिल्म’’ अमेरिका पर हमले का बहाना नहीं हो सकती।
ओबामा मानते हैं कि गांधी उनके लिए एक नायक थे। उन्होंने इस्लाम विरोधी फिल्म के चलते भड़की हिंसा और लीबिया में अमेरिकी राजदूत की हत्या के बाद संरा महासभा में अपने भाषण में कहा था, ‘‘भद्दा और घृणास्पद’’ वीडियो अमेरिका पर हमले का कोई बहाना नहीं बन सकता।
इसी अवसर पर उन्होंने यह भी स्पष्ट किया था कि अमेरिकी लोकतंत्र एवं आजादी के मूल में सहिष्णुता है।
ओबामा ने कहा था, गांधी के शब्दों पर ध्यान देने का समय आ गया है..असहिष्णुता अपने आप में एक हिंसा है तथा यह लोकतंत्र की सच्ची भावना के विकास में एक अड़चन है। उन्होंने नवंबर 2010 में मुंबई में महात्मा गांधी से जुड़े एक स्थल पर जाने के बाद राष्ट्रपिता की सराहना करते हुए कहा कि वह केवल भारत ही नहीं पूरी दुनिया के नायक हैं। (एजेंसी)

Trending news