पाकिस्‍तान: आज होगी नवाज शरीफ की ताजपोशी
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पाकिस्‍तान: आज होगी नवाज शरीफ की ताजपोशी

पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद के लिए औपचारिक रूप से चुने के जाने के बाद बुधवार को शपथ लेंगे। शरीफ के साथ उनके छोटे आकार के मंत्रिमंडल के सदस्य भी शपथ ग्रहण करेंगे, जिसमें उनके करीबी सहयोगी शामिल होंगे। नवाज तीसरी बार पाक के पीएम के तौर पर शपथ लेंगे।

ज़ी मीडिया ब्‍यूरो
इस्लामाबाद : पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद के लिए औपचारिक रूप से चुने के जाने के बाद बुधवार को शपथ लेंगे। शरीफ के साथ उनके छोटे आकार के मंत्रिमंडल के सदस्य भी शपथ ग्रहण करेंगे, जिसमें उनके करीबी सहयोगी शामिल होंगे। नवाज तीसरी बार पाक के पीएम के तौर पर शपथ लेंगे।
पाकिस्तान की 342 सदस्यीय नेशननल एसेंबली में शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के 180 से अधिक सदस्य हैं। सदन में मतविभाजन से प्रधानमंत्री का चयन होगा। पीएमएल-एन नेता इसहाक डार, ख्वाजा आसिफ और अब्दुल कादिर बलूच ने इस पद के चुनाव के लिए मंगलवार दोपहर 63 वर्षीय शरीफ का नामांकन पत्र दाखिल किया।
शरीफ के खिलाफ मैदान में उतरे उम्मीदवारों में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के जावेद हाशमी और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के मखदूम अमीन फहीम शामिल हैं। इन लोगों के नामांकन पत्र भी दाखिल किए गए। शरीफ द्वारा अपने पास विदेश विभाग और रक्षा विभाग रखे जाने की उम्मीद है। खबरों में कहा गया है कि 5 जून को शरीफ के साथ 20 से भी कम मंत्री शपथ लेंगे जबकि पीएमएल-एन के अंदर मौजूद लोगों ने बताया कि मंत्रिमंडल में सिर्फ आठ से 10 मंत्री शामिल होंगे और इसमें सिर्फ करीबी सहयोगियों को अहम विभाग सौंपे जाएंगे।
पीएमएल-एन के एक नेता ने बताया कि बाद में रमजान के बाद प्रधानमंत्री अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। शुरूआती चरण में सिर्फ शीर्ष पीएमएल-एन नेता और शरीफ के करीबी सहयोगी मंत्रिमंडल में शामिल किए जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि विभिन्न कारणों से शरीफ के अपने मंत्रिमंडल का आकार छोटा रखने की उम्मीद है। इन कारणों में नई सरकार द्वारा सरकार के खर्च में कटौती शामिल है। एक सूत्र ने बताया कि पार्टी में मौजूद सभी समूहों और प्रभावी नेताओं को इसमें लिया जाएगा। इसके बाद सिंध और खबर पख्तूनख्वा प्रांतों के नेताओं का भी ध्यान रखा जाएगा। पीएमएल-एन अब वहां सत्ता में नहीं है।
शरीफ 1990-93 और 1997-99 में प्रधानमंत्री रह चुके हैं लेकिन एक बार उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में जबकि दूसरी बार परवेज मुशर्रफ के नेतृत्व वाले सैन्य तख्तापलट के चलते पद से हटना पड़ गया। वर्ष 1999 में उन्हें जेल जाना पड़ गया और इसके बाद निर्वासन पर सउदी अरब भेज दिए गए। सूत्रों ने बताया कि प्रख्यात राजनयिक तारिक फातेमी को प्रधानमंत्री के विदेश मामलों का सलाहकार नियुक्त किए जाने की संभावना है। वह 1998 से 1999 के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय में अवर सचिव रहे थे। पीएमएल-एन नेता चौधरी निसार अली खान गृह मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं।

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