कोलकाता : नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने संसद में लोकपाल और लोकायुक्त विधेयक के अलग-अलग मुद्दों पर विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा किए जा रहे विरोध को गलत ठहराते हुए कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी यह कानून अच्छी तरह से सोच-समझकर बनाया गया है। सेन ने कैंसर पर रोक के लिए धूम्रपान के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाने की भी जोरदार पैरवी की।
अमर्त्य ने कहा, 'मैं व्यक्तिगत तौर पर मानता हूं कि सरकार ने जिस लोकपाल विधेयक को संसद में पेश किया, वह अच्छी तरह से सोच समझकर बनाया गया है। हालांकि मैंने इस विधेयक को देखा नहीं है। प्रो. अमर्त्य सेन यहां अपने ऊपर बने वृतचित्र (अमर्त्य सेन : ए लाइफ री-एक्जामिन्ड) की स्क्रीनिंग के लिए आयोजित समारोह में विचार व्यक्त कर रहे थे।
सेन ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘हां, मैं समझता हूं कि ऐसा किया जाना चाहिए। धूम्रपान संबंधी कानूनों को और सख्त बनाया जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि यह लोगों पर है कि कैंसर की दवाइयों पर सरकार से सब्सिडी की मांग करे। उन्होंने कहा कि अगर आप सब्सिडी चाहते हैं तो आपको इस पर जोर देना होगा।
सेन ने स्वास्थ्य एवं महिला शिक्षा में बांग्लादेश की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में उसने भारत को पीछे छोड़ दिया है। (एजेंसी)