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मोतिहारी : इंडियन मुजाहिदीन सरगना यासीन भटकल ने कथित रूप से पुलिस से कहा है कि उसने संदेश देने के लिए बम विस्फोट कराया और उसने तकरीबन एक सौ कट्टर सहयोगी बनाए जो उसके कहने पर कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं।
रकसौल में भारत-नेपाल सीमा से दोनों शीर्ष आईएम सरगनाओं को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाने वाले मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक विनय कुमार के अनुसार पूछताछ में भटकल ने कहा कि बम ब्लास्ट करता हूं संदेश देने के लिए। उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक कुमार ने भटकल और असदुल्ला अख्तर उर्फ हड्डी दोनों से अपने आफिस में पूछताछ की थी। उनके साथ कुछ एनआईए अधिकारी भी थे। ट्रांजिट रिमांड के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने से पहले दोनों से तीन घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ हुई।
कुमार ने बताया कि भटकल और उसके सहयोगी दोनों ने विस्फोट कराने पर कोई पछतावा नहीं जताया। इन विस्फोटों में विभिन्न शहरों में ढेर सारे लोगों की मौत हुई।
ईद से पहले अपनी पत्नी को ईदी के तौर पर एक लाख रुपये भेजना यासीन भटकल के लिए महंगा पड़ा और इसने पुलिस को देश के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में से एक के ठिकाने तक पहुंचने में मदद की।
एक लाख रुपये सामान्य बैंकिंग चैनल से भेजा गया था। इसने खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों को सचेत कर दिया। उन्हें शक हुआ कि वह किसी आतंकवादी हमले के लिए भारत में घुसने या नेपाल के पोखरा इलाके से भागने की योजना बना रहा है।
भटकल की निगरानी बढ़ा दी गई। इससे इंडियन मुजाहिदीन के 30 वर्षीय सह-संस्थापक की कल सुबह साढ़े पांच बजे भारत-नेपाल सीमा पर गिरफ्तारी हो सकी। (एजेंसी)