शिवसेना,शिअद ने कहा-जदयू का अलग होना दुर्भाग्यपूर्ण
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शिवसेना,शिअद ने कहा-जदयू का अलग होना दुर्भाग्यपूर्ण

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में भाजपा के अलावा बचे दो सहयोगी दलों शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल ने जदयू के गठबंधन से अलग होने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे जल्दबाजी में किया गया फैसला बताया।

मुंबई/चंडीगढ़ : राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में भाजपा के अलावा बचे दो सहयोगी दलों शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल ने जदयू के गठबंधन से अलग होने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे जल्दबाजी में किया गया फैसला बताया।
शिवसेना ने भी महसूस किया कि जदयू के फैसले से कांग्रेस को लाभ होगा। शिवसेना के लोकसभा में 11 सांसद हैं।
शिवसेना प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि जद (यू) का भाजपा नीत लोकतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है और यह जल्दबाजी में किया गया है। उन्होंने कहा कि इस इस निर्णय से राजग को नुकसान होगा और इससे कांग्रेस को लाभ होगा।
राउत ने कहा,‘यदि मेरी पार्टी चाहे तो मैं जदयू नेता शरद यादव से बात करने को तैयार हूं।’ उन्होंने कहा, ‘आज सिर्फ गठबंधन नहीं टूटा है, बल्कि हमारा दिल टूटा है।’ गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति पर राउत ने कहा कि यह भाजपा का आंतरिक मामला है।
उन्होंने कहा,‘राजग ने गठबंधन का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार अभी तय नहीं किया है।’
उधर, फगवाड़ा में जदयू के राजग के साथ नाता तोड़ने के बीच भाजपा नीत गठबंधन के अहम सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ दृढ़ता से है और वह उनके (भाजपा के) आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने में विश्वास नहीं करती है। बादल ने कहा,‘अकाली भाजपा के साथ दृढ़ता के साथ हैं और ऐसा जारी रखेंगे।’ (एजेंसी)

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