कोडनानी को फांसी की मांग हिंदुओं पर प्रहार : शिवसेना

माया कोडनानी तथा नौ अन्य को मृत्युदंड देने की मांग पर गुजरात सरकार की सहमति को ‘हिंदुओं पर घातक प्रहार’ करार देते हुए शिवसेना ने कहा कि हिंदुओं को मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से भिन्न उम्मीदें थीं।

मुम्बई : वर्ष 2002 के नरौदा पाटिया नरसंहार मामले में पूर्व भाजपा मंत्री माया कोडनानी तथा नौ अन्य को मृत्युदंड देने की मांग पर गुजरात सरकार की सहमति को ‘हिंदुओं पर घातक प्रहार’ करार देते हुए शिवसेना ने आज कहा कि हिंदुओं को मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से भिन्न उम्मीदें थीं।
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है, ‘दरअसल लोगों में ऐसी सोच है कि मोदी हिंदुओं के रक्षक हैं। कोडनानी और बजरंगी के लिए मृत्युदंड की मांग हिंदुओं पर घातक प्रहार है क्योंकि हिंदुओं को मोदी से भिन्न उम्मीदें थीं।’ संपादकीय में कहा गया है, ‘इस देश में हिंदू होना अपराध है। हमें इस बात का दुख है कि हिंदुओं पर घातक प्रहार करने वाले भी हिंदू हैं।’
पिछले साल अगस्त में निचली अदालत ने कभी मोदी की करीबी रहीं कोडनानी को 28 साल की कैद की सजा सुनाई थी जबकि बाबू बजरंगी को शेष जीवन जेल में बिताने का आदेश दिया गया। आठ अन्य को 31 साल की कैद की सजा सुनाई गई। 22 दोषियों को 24 साल के कारावास का दंड दिया गया। (एजेंसी)

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