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इस्लामाबाद: एक तरफ जहां तालिबान (Taliban) ने अमेरिका (US) की तरफ से इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (ISKP) पर हमले की आलोचना की है, वहीं पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) मोइद युसूफ (Moeed Yusuf) ने कहा है कि अफगानिस्तान को अकेला छोड़ देने से दुनिया के सामने 9/11 की तरह एक और खतरा होगा.
इंटरनेशनल मीडिया को दिए अपने बयान में पाकिस्तान के एनएसए (NSA) ने कहा है कि अफगानिस्तान से विदेशी फोर्सेस के चले जाने से रिफ्यूजी समस्या भी बढ़ जाएगी. जानकारों के मुताबिक, पाकिस्तान अमेरिका और दुनिया को ये संदेश देना चाह रहा है कि आतंक के खिलाफ लड़ाई बिना उसकी मदद के नहीं होगी.
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गौरतलब है कि पाकिस्तान को 9/11 के बाद से अमेरिका से आतंक के नाम पर काफी मदद मिली थी. ऐसे में अगर विदेशी फोर्सेज पूरी तरह से अफगानिस्तान से चली जाती हैं तो पाकिस्तान को डर है कि अमेरिका से उसे आतंक के नाम पर सैन्य सहायता और फंड मिलना बंद हो जाएगा.
दरअसल अमेरिका और दुनिया की आतंक के खिलाफ मदद के नाम से पाकिस्तान खुद को FATF की कार्रवाई से भी बचा सकता है.
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बता दें कि 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका के ट्विन टॉवर पर प्लेन से हमला हुआ था. इस ही 9/11 अटैक कहा जाता है. जिसका मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन था. जिसे अमेरिका ने पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ढूंढकर ढेर कर दिया था.
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