साइखोम मीराबाई चानू ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में गुरुवार को भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया.
भारत की महिला खिलाड़ी साइखोम मीराबाई चानू ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में गुरुवार को भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया. चानू ने खेलों के पहले दिन महिलाओं की 48 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा में सोने का तमगा हासिल किया. चानू ने स्नैच में 86 का स्कोर किया और क्लीन एंड जर्क में 110 स्कोर करते हुए कुल 196 स्कोर के साथ स्वर्ण अपने नाम किया. (फोटो : PTI)
स्नैच और क्लीन एंड जर्क दोनों में चानू का यह व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. उन्होंने साथ ही दोनों में राष्ट्रमंडल खेल का रिकार्ड भी अपने नाम किया है. चानू इससे पहले भी राष्ट्रमंडल खेल 2014 में रजत पदक जीत चुकी हैं उनका पिछला सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन 194 किलो है जो इस स्पर्धा में उसकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी से 10 किलो अधिक है. (फोटो : PTI)
मीरा बार्इ चानू ने जब वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग शुरू की थी तब उनके आर्थिक हालात ठीक नहीं थे. वे कोच के दिया हुआ डाइट चार्ट मुताबिक खाना नहीं खा पाती थीं जिसमें उन्हें हर रोज चिकन और दूध लेना जरूरी था. इस वजह से उनके खेल पर भी बुरा असर पड़ा था. लेकिन चानू ने संघर्ष नहीं छोड़ा. उन्हें अपने गांव से 60 किलोमीटर दूर तक ट्रेनिंग लेने भी जाना पड़ता था. (फोटो : PTI)
8 अगस्त 1994 को जन्मी मीरा मूलत: मणिपुर की हैं. 2007 में उन्होंने खेलों में अपना सफर शुरू किया. शुरुआत उन्होंने इंफाल के खुमन लंपक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से की. वह अपना प्रेरणास्रोत कुंजारानी देवी को मानती हैं. अभी पिछले महीने ही पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की भारोत्तोलन खिलाड़ी साईखोम मीराबाई चानू को पद्मश्री सम्मान दिया गया था.
चानू यूएसए में आयोजित विश्व स्तर के भारोत्तोलन प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं 2017 में चानू ने 48 किग्रा भार वर्ग में हिस्सा लेते हुए 194 किग्रा का भार उठाया था. उन्होंने करीब 20 साल बाद इस चैंपियनशिप में भारत को गोल्ड दिलाया था. उनसे पहले भारत की ओर से कारनामा ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली कर्णम मल्लेश्वरी ने किया था.
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