आईपीएल में इस साल कई रोमांचक मैच देखने को मिले हैं. इनमें हैदराबाद और चेन्नई के बीच हुआ मैच भी शामिल था, जिसका फैसला अंतिम गेंद पर हुआ. इस मैच में के दम पर चेन्नई ने रविवार को हैदराबाद को उसी के घर में चार रन से हरा दिया. इस मैच में वैसे तो कई शानदार प्रदर्शन रहे जिनमें चेन्नई की ओर से अंबाती रायडू (79) तथा सुरेश रैना (नाबाद 54) की अर्धशतकीय पारियां और हैदराबाद की ओर से केन विलियमसन (84) और युसुफ पठान (45) की पारियां रहीं. लेकिन इस मैच में एक बेहतरीन प्रदर्शन दीपक चहर (3/15) की शानदार गेंदबाजी का रहा जो मैच बल्लेबाजों के प्रदर्शन के कारण छुप सा गया. (फोटो : PTI)
चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जब 182 रनों का स्कोर खड़ा किया तो कप्तान धोनी भी जानते थे कि उनके गेंदबाजों के लिए यह कोई आसान लक्ष्य नहीं है बचाव करने के लिए. हालांकि पहले पांच ओवर में 25 रन बनाने के बाद 182 तक पहुंचना अपने आपमें उपलब्धि थी लेकिन गेंदबाजों के लिए यह चुनौती भरा काम होना तय था. शिखर धवन के न होने पर हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन ने खुद जिम्मेदारी उठाते हुए बल्लेबाजी की शुरुआत खुद ही करने का फैसला किया. रिकी बुई को पहली बार आईपीएल में खेलने का मौका मिला था. पहली चार गेंदों में ही चहर ने अपने इरादे दिखा दिए. चारों गेंद डॉट बॉल डाल दी. बुई उछाल और स्विंग को ठीक से पढ़ नहीं पा रहे थे. (फोटो : PTI)
हैदराबाद की मजबूत बल्लेबाजी देखते हुए यह एक बेहतरीन शुरुआत थी. ओवर की पांचवी गेंद पर चहर को सफलता मिल गई जब बुई के बल्ले का किनारा लेते हुए गेंद स्लिप पर खड़े वाटसन हाथों में चली गई. हैदराबाद की खराब शुरुआत हुए बिना खाता खुले एक विकेट गिर चुका था. ओवर की अंतिम गेंद मनीष पांडे बड़ा शॉट नहीं खेल सके न ही रन ले सके इस तरह से चहर ने इस आईपीएल का पहला मेडिन विकेट लिया. (फोटो : PTI)
इसके बाद शार्दुल ठाकुर के ओवर में विलियमसन ने दो चौके लगा कर हैदराबाद को राहत दिलाई स्कोर 10 रन पर एक विकेट हो गया. जिसके बाद दीपक चहर ने पहली ही गेंद पर मनीष पांडे को थर्ड मैन पर खड़े करण शर्मा के हाथों कैच करा कर सनसनी फैला दी. इसके बाद आए विलियमसन ने दूसरी ही गेंद पर एक रन ले लिया. फिर चहर से सामना हुआ दीपक हुड्डा का जो अगली चार गेंदों पर रन नहीं ले सके. चहर का गेंदबाजी विश्लेषण था 2 ओवर, 1 मेडन, एक रन और 2 विकेट. इसके बाद पांचवे ओवर की दूसरी गेंद पर चहर ने मिड ऑफ पर जडेजा के हाथों कैच करा कर पवेलियन वापस भेज दिया. (फोटो : PTI)
हालांकि विलियमसन ने जरूर चहर के इस ओवर की चौथी गेंद पर छक्का लगा दिया लेकिन बाकी गेंदों पर वे रन नहीं बना सके. अब चहर के 3 ओवर में 1 मेडन, 7 रन और 3 विकेट थे. इसके बाद धोनी ने चहर को 8वां ओवर ही दे दिया हालांकि चहर का छोर बदलना फायदेमंद साबित नहीं हुआ, और इस ओवर में वे कोई विकेट नहीं ले सके और उन्होंने 8 रन दिए. इस तरह 4 ओवर में चहर ने एक मेडन ओवर डाल कर 15 रन दिए और तीन विकेट लिए. आईपीएल में केवल 10 मैच खेल चहर की यह अब तक की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी थी. चहर की इसी गेंदबाजी के चलते हैदराबाद काफी देर तक मैच में दबाव में रहा, वरना केन विलियमसन ने अपनी आतिशी पारी से मैच हैदराबाद के नाम कर ही दिया था जो अंततः वे नहीं कर सके. (फोटो : PTI)
दीपक चहर का यह पहला इस तरह का प्रदर्शन नहीं है. 2010 में भी दीपक चहर ने जब हैदराबाद रणजी ट्रॉफी टीम के खिलाफ अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत की थी तब चहर ने अपने पहले ही रणजी मैच में ऐसी स्विंग और सीम का शानदार प्रदर्शन करते हुए कहर ढा दिया और हैदराबाद की टीम अपनी पहली बारी में सिर्फ 21 रन पर ही आउट हो गई थी. दीपक ने आईपीएल में अपनी उसी पारी की याद दिला दी. (फोटो : PTI)
ट्रेन्डिंग फोटोज़