मोदी के दम पर हरियाणा में खिला 'कमल'
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मोदी के दम पर हरियाणा में खिला 'कमल'

मोदी के दम पर हरियाणा में खिला 'कमल'

रामानुज सिंह

केंद्र में सत्ता हासिल करने के बाद नरेंद्र मोदी ने प्रदेश चुनावों में भी अपना जलवा बरकरार रखा और हरियाणा में  भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को ना केवल हैट्रिक लगाने से रोक दिया बल्कि 2009 विधानसभा चुनाव मिले अपनी चार सीटों को 47 तक ले गई, जो 90 सीटों वाली विधानसभा में पूर्ण बहुमत है।

मोदी ने लोकसभा चुनाव की तरह में विधानसभा चुनावों में भी अपने अंदाज में कई रैलियां की। पिछले 10 साल में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की सरकार पर तरह-तरह के इल्जाम लगे थे, रॉबर्ट वाड्रा को भूमि आवंटन के मामले में मोदी ने हुड्डा सरकार को जमीन घोटाले से जोड़ा, हरियाणा को बेहतर विकास से जोड़ने के लिए कांग्रेस मुक्त भारत का नारा दिया। मोदी का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोला। लोगों ने मोदी पर भरोसा जताते हुए रिकॉर्ड 76.54% मतदान देकर भाजपा पूर्ण बहुमत दिया। इससे पहले 1967 में 72.65% वोटिंग हुई थी।

भाजपा को 90 सीटों में से 47 सीटों पर जीत मिली, इनेलो को 20, कांग्रेस को 15, हजकां को 2 और अन्य को 6 सीटें मिली। इससे पहले एक्जिट पोल ने भी हरियाणा में भाजपा को कुल 90 में से 52 सीटों के साथ सरकार बनाने की ओर बढ़ता दिखाया गया था। इनेलो के 23 सीटों के साथ दूसरा सबसे बड़ा दल वहीं कांग्रेस को 10 और बाकी दलों को 5 सीटें मिलने की संभावना बताई थी।

भाजपा के समाने सबसे बड़ी समस्या यह है कि हरियाणा में कोई सर्वमान्य नेता नहीं है जिसे मुख्यमंत्री बनाया जाए लेकिन सूत्रों ने बताया कि सुषमा स्वराज को सीएम पद की कमान सौंपी जा सकती है। सुषमा स्वराज के अलावा प्रदेश अध्यक्ष रामविलास शर्मा और कैप्टन अभिमन्यु का भी नाम सीएम की रेस में चल रहा है।

कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़े जबकि इनेलो 88 सीट, बसपा 87 सीट, एचजेसी 65 सीट, माकपा 17 सीट, भाकपा 14 सीट और 297 पंजीकृत राजनीतिक दलों के 603 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। साल 2009 के चुनाव में कांग्रेस ने 40 सीटें जीती थी जबकि इनेलो 31 सीट, भाजपा 4 सीट, एचजेसी-बीएल 6 सीट और अकाली दल एवं बसपा 1-1 सीट जीती। निर्दलीयों ने 7 सीटें जीती थी।

हरियाणा में मुख्य मुकाबला भाजपा, इनेलो और कांग्रेस के बीच रहा। राज्य में 116 महिलाओं समेत 1351 उम्मीदवार ने अपनी किस्मत आजमाया। प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के अलावा रणदीप सिंह सुरजेवाला, इनेलो से पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पुत्र अभय चौटाला, पु़त्रबधु नैना एवं पौत्र दुष्यंत चौटाला, एचजेसीपी.वी से पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा एवं उनकी पत्नी शक्ति रानी, एचजेसी-बीएल से पूर्व सांसद कुलदीप विश्नोई, उनकी पत्नी रेणुका और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्र मोहन। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राम बिलास शर्मा, कैप्टन अभिमन्यू (भाजपा), अरविंद शर्मा (बसपा) और गोपाल कांडा (एचएलपी), बंसी लाल के पु़त्र एवं बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष रनबीर सिंह महिंद्रा, पुत्रवधु (दिवंगत सुरेन्द्र सिंह की पत्नी) एवं हरियाणा की मंत्री किरण चौधरी तथा लाल के दामाद सोमबीर सिंह शामिल थे। प्रदेश के इन दिग्गजों के चुनावी समर में होने के बावजूद मोदी ने अकेले पटखनी दे दी।

 

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