12वां साउथ एशियन गेम्स: पांचवें दिन भी भारत का गोल्ड जीतो अभियान जारी
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12वां साउथ एशियन गेम्स: पांचवें दिन भी भारत का गोल्ड जीतो अभियान जारी

भारत को 12वें दक्षिण एशियाई खेलों के पांचवें दिन भी किसी तरह की चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा तथा उसने आज (बुधवार) भी स्वर्ण पदक हासिल करने के अपने अभियान को जारी रखा जिसमें निशानेबाजों, वुशु खिलाड़ियों तथा ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों ने अहम योगदान दिया। भारत अब तक 186 पदक जीत चुका है जिसमें 114 स्वर्ण, 59 रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं। इस तरह से वह तालिका में अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे शीर्ष पर बना हुआ है। 

गुवाहाटी: भारत को 12वें दक्षिण एशियाई खेलों के पांचवें दिन भी किसी तरह की चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा तथा उसने आज (बुधवार) भी स्वर्ण पदक हासिल करने के अपने अभियान को जारी रखा जिसमें निशानेबाजों, वुशु खिलाड़ियों तथा ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों ने अहम योगदान दिया। भारत अब तक 186 पदक जीत चुका है जिसमें 114 स्वर्ण, 59 रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं। इस तरह से वह तालिका में अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे शीर्ष पर बना हुआ है। 

श्रीलंका 26 स्वर्ण, 44 रजत और 61 कांस्य पदक सहित कुल 126 पदक लेकर दूसरे स्थान पर बना हुआ है। एथलीटों ने आज भारत के खाते में सात स्वर्ण पदक जोड़े। नीरज चोपड़ा (पुरूषों के भाला फेंक), अरोक्या राजीव (पुरुष 400 मीटर), अर्जुन (चक्का फेंक), जे सुरेंदर (पुरुष 110 मीटर बाधा दौड़), गायत्री (महिला 100 मीटर बाधा दौड़), अंकिता शर्मा (पुरूषों की लंबी कूद) और सहाना कुमारी (महिला उंची कूद) ने सोने के तमगे जीते। इससे पहले भारतीय तैराकों ने एक बार फिर तरणताल (स्विमिंग) में अपना दबदबा बनाते हुए इस प्रतियोगिता के अंतिम दिन पांच स्वर्ण पदक हासिल किये। 

वीरधवल खाड़े ने पुरूषों की 50 मी बटरफ्लाई स्पर्धा में सैग में पहला स्वर्ण पदक प्राप्त किया। भारत के अन्य स्वर्ण पदक श्रद्धा सुधीर (महिलाओं की 200 मी मेडल), ज्योत्सना पंसारे (महिलाओं 50 मी बटरफ्लाई) और पुरूष और महिला चार गुणा 100 मी मेडल रिले टीमों ने जीते। भारत ने आज कुल पांच स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक अपनी झोली में डाले। खाडे ने पुरुष 50 मी बटरफ्लाई में 24.54 सेकेंड के खेलों के रिकॉर्ड समय से पहला स्थान हासिल किया। भारतीय पुरूष चार गुणा 100 मी मेडले टीम ने भी 3 मिनट 49.78 सेकेंड के समय से खेलों का नया रिकार्ड बनाया। 

भारत के लिये रजत पदक सानू देबनाथ (पुरूषों की 200 मी मेडल), अंशुल कोठारी (पुरूषों की 50 मी बटरफ्लाई) और अवंतिका चौहान (महिलाओं की 50 मी बटरफ्लाई) ने जीते जबकि शिवानी कटारिया ने महिलाओं की 100 मी फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक प्राप्त किया।

उधर शिलांग में वुशु प्रतियोगिता के आखिरी दिन भारत ने आठ स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीते। भारत इससे पहले इस प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीत चुका था। इस तरह से भारत ने वुशु में कुल 11 स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक हासिल किये। पुरूषों के ताजिक्वान और ताजिजिअन वर्ग में एम ज्ञानदास सिंह ने 18.53 अंक बनाकर नेपाली और बांग्लादेशी प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ा। 

महिलाओं में इस वर्ग का स्वर्ण पदक एल सांतोबी चाने ने 18.62 अंकों के साथ जीता। पुरूषों के सानशू में भारत के उचित शर्मा (52 किग्रा), रवि पांचाल (56 किग्रा) और सूर्य भानू प्रताप सिंह (60 किग्रा) ने अपने अपने वर्गों में स्वर्ण पदक जीते। पुरूषों के 70 किग्रा में मुकेश चौधरी (70 किग्रा) को पाकिस्तान के माज खान के बाद दूसरे नंबर से संतोष करना पड़ा जबकि अरूण नागर (65 किग्रा) और प्रदीप कुमार (75 किग्रा) को कांस्य पदक ही मिले। हालांकि महिलाओं के वर्ग में सांतोई देवी (52 किग्रा), अनुपमा देवी (60 किग्रा) और पूजा कादियान (70 किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीते। 

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