सुनील छेत्री, जेजे लालपेखलुआ, होलीचरण नार्जरी और उदांता सिंह की चौकड़ी मकाऊ के डिफेंडरों को छकाने को बेताब होगी जिन्होंने पिछले मैच में उन्हें गोल करने के काफी मौके नहीं दिए थे.
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बेंगलुरु: भारत बुधवार (11 अक्टूबर) को यहां मकाऊ के खिलाफ क्वालीफाइंग राउंड के मुकाबले में सकारात्मक नतीजे के साथ एएफसी एशिया कप फाइनल में जगह बनाने के इरादे से उतरेगा. मकाऊ के खिलाफ जीत टीम की संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले 2019 एशिया कप में जगह पक्की करेगी. टीम पिछली बार इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में 2011 में खेली थी. भारतीय टीम अपने तीनों मैच जीतकर नौ अंक के साथ शीर्ष पर चल रही है. भारत ने अब तक म्यामां को 1-0, किर्गिस्तान को 1-0 और मकाऊ को 2-0 से हराया. क्ववालीफायर में अब तक कोई टीम उसके खिलाफ गोल नहीं कर सकी है.
बुधवार के मैच में जीत से कोच स्टीफन कोन्सटेनटाइन को महज औपचारिकता के अगले दो मैचों में युवा खिलाड़ियों को आजमाने का मौका मिलेगा. कोन्सटेनटाइन चाहते हैं कि उनके खिलाड़ी तेज पास वाला खेल दिखाएं जिससे विरोधी टीम को लय में आने का मौका नहीं मिले. सुनील छेत्री, जेजे लालपेखलुआ, होलीचरण नार्जरी और उदांता सिंह की चौकड़ी मकाऊ के डिफेंडरों को छकाने को बेताब होगी जिन्होंने पिछले मैच में उन्हें गोल करने के काफी मौके नहीं दिए थे.
फुलबैक नारायण दास और प्रीतम कोटल के अलावा रोबिन सिंह और जैकीचंद सिंह से भी टीम को काफी उम्मीदे होंगी. यह देखना रोचक होगा कि कोन्सटेनटाइन फार्म में चल रहे स्ट्राइकर बलवंत सिंह को मौका देते हैं या फिर युगेनसन लिंगदोह उनकी जगह लेते हैं.
भारतीय टीम बुधवार (11 अक्टूबर) को मकाऊ के खिलाफ जल्द गोल दागकर विरोधी टीम पर और अधिक दबाव डालने की कोशिश करेगी. मकाऊ ने पिछले साल एएफसी सोलिडेरिटी कप के बाद से कोई मैच नहीं जीता है. इस दौरान टीम ने अपने पिछले चार मैच गंवाए और एक भी गोल नहीं कर सकी. दूसरी तरफ मकाऊ को अपने सबसे अनुभवी खिलाड़ी कप्तान पाउलो चींग लियोंग और एडगर तेइसेइरा से काफी उम्मीदें होंगी.
FIFA U17 World Cup 2017: जैकसन का ऐतिहासिक गोल, कोलंबिया से 1-2 से हारा भारत
अपने पहले मैच में शानदार जज्बे से सभी को प्रभावित करने वाले भारत को सोमवार (9 अक्टूबर) को यहां फीफा अंडर-17 विश्व कप के ग्रुप चरण के दूसरे मैच में कोलंबिया से भले ही 1-2 से हार मिली, लेकिन यह मुकाबला भी भारतीय फुटबॉल के इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. कोलंबिया के लिये जुआन पेनालोजा ने 49वें और 83वें मिनट में दो गोल, जबकि मेजबान टीम के लिये जैकसन थोनाओजाम ने 82वें मिनट में गोल दागा. मिडफील्डर जैकसन इस तरह भारत के लिये किसी भी फीफा टूर्नामेंट में गोल करने वाले पहले फुटबॉलर बन गये. पहला मैच जहां पदार्पण के लिहाज से अहम रहा तो दूसरा मैच पहले गोल के लिये इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. मेजबान टीम कोलंबिया के लंबी कद काठी के खिलाड़ियों को चुनौती देती दिखी, लेकिन उनके खेल में अनुभव की कमी दिखायी दी क्योंकि मैच में ज्यादातर समय गेंद कोलंबियाई खिलाड़ियों के पास रही.