अर्जुन अवॉर्ड के लिए रितु रानी, रघुनाथ के नाम की सिफारिश
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अर्जुन अवॉर्ड के लिए रितु रानी, रघुनाथ के नाम की सिफारिश

भारतीय महिला टीम की कप्तान रितु रानी और पुरूष टीम के सीनियर ड्रैग फ्लिकर वी.आर. रघुनाथ के नाम हॉकी इंडिया ने अर्जुन पुरस्कार के लिये भेजे हैं। हॉकी इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘वीआर रघुनाथ, धरमवीर सिंह और रितु रानी के नामों का सुझाव अर्जुन पुरस्कार के लिए दिया गया है जबकि सिल्वेनस डुंगडुंग का नाम मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और कोच सी.आर. कुमार का नाम द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये भेजा गया है।’ 

अर्जुन अवॉर्ड के लिए रितु रानी, रघुनाथ के नाम की सिफारिश

नई दिल्ली : भारतीय महिला टीम की कप्तान रितु रानी और पुरूष टीम के सीनियर ड्रैग फ्लिकर वी.आर. रघुनाथ के नाम हॉकी इंडिया ने अर्जुन पुरस्कार के लिये भेजे हैं। हॉकी इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘वीआर रघुनाथ, धरमवीर सिंह और रितु रानी के नामों का सुझाव अर्जुन पुरस्कार के लिए दिया गया है जबकि सिल्वेनस डुंगडुंग का नाम मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और कोच सी.आर. कुमार का नाम द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये भेजा गया है।’ 

हॉकी इंडिया के महासचिव मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने कहा, ‘खेलों के प्रति उनके जुनून और प्रतिबद्धता को देखते हुए इन खिलाड़ियों के नामों के सुझाव दिये गए हैं। मेरा मानना है कि ये सभी पुरस्कार के हकदार है और इन्होंने कई टूर्नामेंटों में भारत का नाम रोशन किया है।’ मास्को ओलंपिक 1980 की स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य रहे डुंगडुंग (70) ने स्पेन के खिलाफ फाइनल में गोल्डन गोल किया था।

रघुनाथ ने 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ द्विपक्षीय श्रृंखला के जरिये टीम में पदार्पण किया। वह भारतीय हॉकी टीम के डिफेंस का अहम अंग हैं और उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकरों में गिना जाता है।’ रघुनाथ 2007 सुल्तान अजलन शाह कप में कांस्य पदक, 2008 में रजत, 2007 एशिया कप में स्वर्ण और 2013 में रजत जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे। इसके अलावा 2014 एशिया कप की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के भी प्रमुख सदस्य रहे। 

धरमवीर भी एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टीम का हिस्सा रहे। वह 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और 24वें अजलन शाह कप में कांस्य पदक जीतने वाली टीम में भी थे। रितु ने मोर्चे से अगुवाई करते हुए महिला टीम को रियो ओलंपिक में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाई। कोच सीआर कुमार के मार्गदर्शन में जूनियर पुरूष टीम ने 2011 में होबर्ट में विश्व कप जीता था। वह 1998 उट्रे विश्व कप और 2002 कुआलालम्पुर विश्व कप में सीनियर पुरूष टीम के सहायक कोच भी रहे। वह फिलहाल महिला टीम के मुख्य कोच नील हागुड के साथ काम कर रहे हैं।

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