नरिंदर बत्रा का आईओए अध्यक्ष और मेहता का महासचिव बनना तय
Advertisement

नरिंदर बत्रा का आईओए अध्यक्ष और मेहता का महासचिव बनना तय

अदालत का यह आदेश एडवोकेट राहुल मेहरा की याचिका पर आया है जिन्होंने इस आधार पर आईओए चुनावों पर अंतरिम रोक लगाने की अपील की थी कि इनमें खेल संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है.

नरिंदर बत्रा अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष है. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा का भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की गुरुवार (14 दिसंबर) को यहां होने वाली वार्षिक आम बैठक में देश की इस सर्वोच्च खेल संस्था का अध्यक्ष चुना जाना तय है. बत्रा के अलावा मौजूदा महासचिव राजीव मेहता फिर से दूसरे कार्यकाल के लिए इस पद पर चुने जाएंगे. बत्रा का चार साल के लिए इस शीर्ष पद पर चुना जाना औपचारिकता है हालांकि प्रक्रिया के हिसाब से उन्हें अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) के पूर्व अध्यक्ष अनिल खन्ना के खिलाफ चुनाव लड़ना होगा. खन्ना ने समयसीमा समाप्त होने के बाद नाम वापस ले लिया था.

  1. नरिंदर सिंह को चुना जाएगा सर्वोच्च खेल संस्था का अध्यक्ष 
  2. बत्रा को अनिल खन्ना के खिलाफ चुनाव लड़ना होगा
  3. आईओए अन्य सभी पदों के लिए गोपनीय मतदान के जरिये चुनाव होगा

आईओए के निर्वतमान कोषाध्यक्ष खन्ना ने तीन दिसंबर की तय समयसीमा के अंतर्गत नाम वापस नहीं लिया था और उन्होंने सात दिसंबर को चुनाव आयोग को सूचित किया था कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे और शीर्ष पद के लिएबत्रा का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा था कि वह आईओए परिवार को एकजुट रखने के लिए चुनाव से हट रहे हैं. भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष बीरेंद्र बैश्य भी पहले अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल थे, लेकिन उन्होंने बाद में नाम वापस ले लिया था.

यह भी पढ़े: दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले टीम इंडिया के इस गेंदबाज ने किया ये बड़ा दावा

इससे पहले दिल्ली उच्च न्यायालय ने आईओए चुनावों में हस्तक्षेप करने से इन्कार कर दिया. न्यायमूर्ति एस रविंद्र भट और न्यायमूर्ति नजमी वजीरी की पीठ ने संघ को निर्देश दिए कि वह चुनावी प्रक्रिया के दौरान राष्ट्रीय खेल संहिता का उल्लंघन नहीं करे. अदालत का यह आदेश एडवोकेट राहुल मेहरा की याचिका पर आया है जिन्होंने इस आधार पर आईओए चुनावों पर अंतरिम रोक लगाने की अपील की थी कि इनमें खेल संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें: जगह के बदलते ही खुल गई रोहित की किस्मत, अब बना रहे डबल स्पीड से रन

पीठ ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि अदालत में लंबित पड़ी याचिका पर अंतिम फैसला चुनाव प्रक्रिया और उसके परिणाम पर निर्भर होगा. मेहता महासचिव पद की दौड़ में एकमात्र उम्मीद्वार हैं और वह गुरुवार (14 दिसंबर) को आईओए एजीएम में फिर से इस पद पर चुने जाएंगे. इससे पहले बत्रा की अध्यक्ष का चुनाव लड़ने की योग्यता को लेकर अनिश्चितता बनी थी लेकिन चुनाव अधिकारी एसके मेंदीरत्ता ने स्पष्ट किया कि 2012 और 2014 में चुनी गयी कार्यकारी परिषद के पदाधिकारी और सदस्य अध्यक्ष और महासचिव पद का चुनाव लड़ सकते हैं.

14 दिसंबर को होगें चुनाव   
आईओए आम सभा ने इसके बाद अपनी विशेष बैठक में सर्वसम्मति से 2012 और 2014 में चुने गये पदाधिकारियों और कार्यकारी परिषद के सदस्यों को 14 दिसंबर को होने वाले चुनावों में अध्यक्ष और महासचिव पद के लिए चुनाव लड़ने की अनुमति देने का फैसला किया. आईओए अन्य सभी पदों के लिए गोपनीय मतदान के जरिये चुनाव होगा. झारखंड ओलिंपिक संघ के प्रमुख आर के आनंद का वरिष्ठ उपाध्यक्ष के एकमात्र पद के लिए भारतीय कबड्डी महासंघ के पूर्व अध्यक्ष जनार्दन सिंह गहलौत के साथ सीधा मुकाबला होगा. मौजूदा वरिष्ठ उपाध्यक्ष वीरेंद्र नानावटी भी इस पद के लिए दौड़ में थे, लेकिन उन्होंने नाम वापस ले लिया. नानावटी अब उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ेंगे.

कोषाध्यक्ष पद के लिए होगा त्रिकोणीय 
कोषाध्यक्ष पद के लिए त्रिकोणीय मुकाबला होगा क्योंकि आनंदेश्वर पांडे, मुकेश कुमार और राकेश गुप्ता में से किसी ने भी नाम वापस नहीं लिया था. उपाध्यक्ष पद के आठ पदों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला, भारतीय ल्यूज महासंघ के प्रमुख करण चौटाला और भाजपा राष्ट्रीय परिषद के पूर्व सदस्य सुधांशु मित्तल भी शामिल हैं. संयुक्त सचिव के छह पद के लिए नौ उम्मीदवार मैदान में है, जबकि कार्यकारी परिषद के दस पदों के लिए 15 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं.

Trending news