दिल्ली के कोच ने विराट से पूछा- 25-30 गेंद में शतक बना सकता है ऋषभ पंत, क्या टेस्ट खिलाओगे?
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दिल्ली के कोच ने विराट से पूछा- 25-30 गेंद में शतक बना सकता है ऋषभ पंत, क्या टेस्ट खिलाओगे?

  दक्षिण अफ्रीका में भारत की टेस्ट सीरीज में पहले दो मैच हारने से सीरीज गंवाने की चारों ओर टीम इंडिया की आलोचना हो रही है. पूर्व आलराउंडर मनोज प्रभाकर ने भारत के टीम चयन की आलोचना करते हुए कहा कि सीमित ओवर क्रिकेट में फार्म के आधार पर खिलाड़ियों को टेस्ट मैच के लिये चुनना शर्मनाक है.

ऋषभ पंत का उदाहरण देते हुए मनोज प्रभाकर ने टीम इंडिया की चयन प्रक्रिया पर उठाए सवाल (फाइल फोटो)

कोलकाता :  दक्षिण अफ्रीका में भारत की टेस्ट सीरीज में पहले दो मैच हारने से सीरीज गंवाने की चारों ओर टीम इंडिया की आलोचना हो रही है. टीम बल्लेबाजी से लेकर चयन तक के मामलों में आलोचकों के निशाने पर हैं. पहले दो टेस्ट में अजिंक्य रहाणे को बाहर रखने के फैसले की सबसे ज्यादा आलोचना हो रही हैं उनकी जगह रोहित शर्मा का पिछली वनडे सीरीज में प्रदर्शन के आधार पर चयन बताया जाना भी सभी को हैरान कर रहा है. वहीं भुवनेश्वर कुमार को दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया और उनकी जगह इशांत शर्मा को टीम में शामिल किया. 

  1. प्रभाकर ने टेस्ट के लिए अन्य फॉर्मेट को आधार बनाना कहा गलत
  2. रहाणे को न चुने जाने के फैसले की भी आलोचना की है प्रभाकर ने
  3.  टेस्ट मैचों में नई गेंद से खेलना एक विशेषज्ञ का ही काम होता है

अब पूर्व आलराउंडर मनोज प्रभाकर ने भारत के टीम चयन की आलोचना करते हुए कहा कि सीमित ओवर क्रिकेट में फार्म के आधार पर खिलाड़ियों को टेस्ट मैच के लिये चुनना शर्मनाक है. अजिंक्य रहाणे को बाहर रखने के बारे में प्रभाकर ने कहा, "टी-20 और वनडे पर आधारित टेस्ट टीम का ऐसा चयन शर्म की बात है. क्या आप टेस्ट मैच में ऋषभ पंत को ले सकते हैं. नहीं. रहाणे को शामिल करना चाहिए था." 

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उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ऋषभ पंत है, क्या आप उसे टेस्ट में खिलाओगे? वह 25-30 गेंद में शतक बना सकता है.’’ प्रभाकर दिल्ली के गेंदबाजी कोच हैं और यहां सैयद मुश्ताक अली ट्राफी टी20 टूर्नामेंट के लिये आये हुए हैं. 
 केपटाउन में शुरूआती दिन भुवनेश्वर ने शुरू में तीन विकेट झटके थे जिससे दक्षिण अफ्रीका ने 12 रन के अंदर तीन विकेट गंवा दिये थे. लेकिन भारतीय टीम इस मैच में 208 रन के लक्ष्य का पीछा नहीं कर सकी और हार गई. 

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मनोज प्रभाकर भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज होने के साथ साथ सलामी बल्लेबाज की भूमिका भी निभा चुके हैं. (फाइल फोटो)

प्रभाकर ने शनिवार को ईडन गार्डन्स पर पत्रकारों से कहा, ‘‘यह शर्मनाक है. अगर आप टेस्ट टीम का चयन टी20 अंतरराष्ट्रीय या वनडे टीम की फार्म के आधार पर करना शुरू कर दोगे तो आप खत्म हो. टेस्ट मैचों में नई गेंद से खेलना एक विशेषज्ञ का काम है.’’ 

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उन्होंने कहा, ‘‘टेस्ट में आपको अलग तकनीक की जरूरत होती है. लेकिन वनडे में कोई बल्लेबाज दोहरा शतक बनाता है तो उसका स्थान स्थिर हो जाता है. रहाणे को खिलाना चाहिए था. हमारी यही समस्या है.’
(इनपुट भाषा)

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