कर्स्टन ने टीम इंडिया में बदलाव का श्रेय उसे दिया, जिसके लिए शास्त्री-धोनी में खिंची थी तलवारें
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कर्स्टन ने टीम इंडिया में बदलाव का श्रेय उसे दिया, जिसके लिए शास्त्री-धोनी में खिंची थी तलवारें

कर्स्टन ने कहा, ‘मुझे लगता है डंकन फ्लेचर और महेन्द्र सिंह धोनी ने युवा खिलाड़ियों के खेल में निखार लाने के लिए ऐसा माहौल बनाया, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की चुनौतियों से निपटने का फायदा मिला.’

गैरी कर्स्टन की कोचिंग में ही टीम इंडिया ने 2011 में वर्ल्डकप जीता था. फाइल फोटो

नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कोच गैरी कर्स्टन को लगता है कि उनके उत्तराधिकारी डंकन फ्लेचर को भारतीय टीम में सहज बदलाव लाने का श्रेय दिया जाना चाहिए. भारतीय टीम के 2011 में वनडे वर्ल्डकप जीतने के बाद कर्स्टन की जगह फ्लेचर भारतीय टीम के कोच नियुक्त हुए थे. उनके चार साल के कार्यकाल के दौरान सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेन्द्र सहवाग और जहीर खान अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर थे.

  1. गेरी कर्स्टन के बाद डंकन फ्लेचर बने थे टीम इंडिया के कोच
  2. इंग्लैंड दौरे पर धोनी, शास्त्री में फ्लेचर को लेकर हुई थी बयानबाजी
  3. 2014 में उस समय रवि शास्त्री को बनाया गया था टीम डायरेक्टर

कर्स्टन ने कहा, ‘मुझे लगता है डंकन फ्लेचर और महेन्द्र सिंह धोनी ने युवा खिलाड़ियों के खेल में निखार लाने के लिए ऐसा माहौल बनाया, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की चुनौतियों से निपटने का फायदा मिला.’ उन्होंने कहा कि आम तौर पर आंकड़ों किसी की सफलता का पैमाना होते है लेकिन कर्स्टन को लगता है कि कई अमूर्त चीजें पीछे छूट जाती है.

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उन्होंने कहा, ‘हर किसी के कोचिंग का तरीका अलग होता है और जरूरी नहीं की हर माहौल में कोई सहज रहे. आमतौर पर कोच की सफलता का आकलन टीम के प्रदर्शन से होता है, लेकिन उससे बड़ी चीज यह है कि खिलाड़ी पर कोच का कितना प्रभाव पड़ता है.’

2014 में इंग्लैंड दौरे पर हुआ था ये बड़ा विवाद
गेरी कर्स्टन जिन डंकन फ्लेचर की तारीफ कर रहे हैं. उनके कार्यकाल के वक्त ही टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और रवि शास्त्री के बीच तलवारें खिंच गई थीं. बात अगस्त 2014 की है. उस समय इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया ने शर्मनाक प्रदर्शन किया था. उस समय बीसीसीआई ने शास्त्री को टीम का डायरेक्टर बनाया था. उस समय टीम के कोच डंकन फ्लेचर थे.  नियुक्ति के बाद शास्‍त्री ने कहा था कि अब वे ही सारे मामले देखेंगे. कोच भी उन्‍हें ही रिपोर्ट करेंगे, लेकिन धोनी ने साफ कर दिया था कि टीम के असली बॉस तो फ्लेचर ही होंगे. इसके बाद दोनों में कथित तौर पर टसल की खबरें आई थीं.

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हालांकि धोनी के इस बयान से BCCI नाराज हो गया था. BCCI के एक सीनियर अधिकारी ने कहा,'धोनी कोच का चुनाव नहीं कर सकते. इसका डिसीजन BCCI को लेना होता है. इसी तरह से सेलेक्‍शन कमेटी वर्ल्‍डकप के लिये कोच और कैप्‍टन का चुनाव करेगी.' BCCI के अधिकारी के मुताबिक, बोर्ड की ओर से फ्लेचर के कामकाज की समीक्षा किये जाने को लेकर दिये गये संकेतों के बावजूद धोनी ने कोच के भविष्‍य को लेकर बयान दे डाला. 

धोनी ने किया था फ्लेचर का बचाव
इंग्‍लैंड के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज में 1-3 की हार के बाद यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि अब फ्लेचर के टीम के साथ जुड़ाव ज्‍यादा दिन कर नहीं है. कई लोग इस बारें में BCCI की तरफ से इस मामले में बयान की उम्‍मीद कर रहे थे, लेकिन फ्लेचर को लेकर धोनी ने ही मोर्चा संभाल लिया. धोनी ने फ्लेचर के बारे में कहा,'उनके अधिकारों में किसी तरह की कटौती नहीं की गई है. मुझे नहीं पता कि बाहर लोग क्‍या अनुमान लगा रहे हैं, लेकिन हकीकत यही है कि टीम के ऑपरेशंस पहले की तरह ही होंगे. टीम के साथ कुछ और सपोर्ट स्‍टाफ जुड़ा है, लेकिन ऑपरेशंस नहीं बदलेंगे.'

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