INDvsENG 3rd Test Analysis: तीसरा दिन विराट के नाम, इंग्लैंड को 521 रनों का लक्ष्य
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INDvsENG 3rd Test Analysis: तीसरा दिन विराट के नाम, इंग्लैंड को 521 रनों का लक्ष्य

नॉटिंघम टेस्ट का तीसरा दिन विराट कोहली के नाम रहा. वे शतक बनाने के साथ ही इंग्लैंड को 521 रनों का लक्ष्य देने में भी कामयाब रहा. 

विराट कोहली ने की शतक की मदद से टीम इंडिया ने इंग्लैंड को दिया बड़ा लक्ष्य (फोटो : PTI)

नॉटिंघम: टीम इंडिया ने नॉटिंघम टेस्ट में इंग्लैंड को जीत के लिए 521 रनों का लक्ष्य दिया है. अभी मैच में दो दिन का खेल बाकी है और इंग्लैंड ने अब तक बिना कोई विकेट गंवाए 23 रन भी बना लिए है. इससे पहले टीम इंडिया ने 7 विकेट के नुकसान पर 352 बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी और इंग्लैंड पर 520 रनों की बढ़त हासिल की. यह लक्ष्य के लिए आसान नहीं होगा. हां उनके लिए यह मुमकिन लक्ष्य भी है. अगर मैच में अब पानी नहीं गिरता है तो इस मैच का परिणाम आना तय है. 

  1. बर्मिंघम के बाद नॉटिंघम में भी विराट ने लगाया शतक
  2. टीम इंडिया ने इंग्लैंड को दिया 521 रनों का लक्ष्य 
  3. इंग्लैंड के पास अभी दो दिन का समय

तीसरे दिन विराट कोहली के पास यह चुनौती थी कि वे इंग्लैंड के सामने क्या लक्ष्य चुने. वे नहीं चाह रहे होंगे कि उनकी टीम आउट हो जाती. ऐसा विराट ने होने नहीं दिया और वे इंग्लैंड को बल्लेबाजी करवाने का समय चुनने में कामयाब हो सके. विराट ने अपने शतक में भी समय लिया और शतक होने के बाद भी खुद समय लिया और टीम को भी रन बनाने में समय लेने दिया. लक्ष्य बड़ा करने के चक्कर में विराट ने टीम को जल्दी रन बनाने को नहीं कहा. हां इतना जरूर था पारी के आखिरी कुछ ओवर में हार्दिक ने तेजी से रन जरूर बनाए. लेकिन विराट बहुत ज्यादा रन बनाने के लिए बेकरार नहीं दिखे. 

पुजारा, हार्दिक और धवन का भी रहा योगदान
विराट के 102 रन के बाद चेतेश्वर पुजारा ने सबसे ज्यादा 72 रन बनाए और उनकी विराट के साथ 113 रनों का साझेदारी काफी अहम रही. उनके बाद हार्दिक पांड्या के 52 रन, शिखर धवन के 44 रन, केएल राहुल के 36 रन, और अजिंक्य रहाणे के 29 रन, सभी का योगदान अहम रहा. 

तीसरे दिन की शरुआत भारत के लिए  चेतेश्वर पुजारा (33) और कप्तान विराट कोहली (8) ने की थी. उस समय भारत का स्कोर दो विकेट के नुकसान पर 124 रन था. इंग्लैंड को अभी टीम इंडिया के 8 खिलाड़ी आउट करने बाकी थे. लंच तक  दोनों ने मिल कर टीम की लीड को 362 कर दिया था. इसके साथ ही उन्होंने अपने अपने अर्धशतक भी पूरे किए. दोनों ने टीम की दूसरी पारी का स्कोर दो विकेट के नुकसान पर 194 रन किया.  उस समय विराट 54 रन और पुजारा 56 रनों पर खेल रहे थे. दोनों के पीच 83 रनों की साझेदारी हो चुकी थी.  पुजारा इस सीरीज में अर्धशतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज रहे उनके अलावा पिछली पारी में ही विराट और रहाणे ने अर्धशतक लगाए थे. 

पुजारा शतक से पहले हुए आउट
 लंच के बाद चेतेश्वर पुजारा 72 रन बनाकर बेन स्टोक्स की गेंद पर स्लिप पर एलिस्टर कुक को कैच देकर आउट हो गए. पुजारा टीम इंडिया के 224 रनों के स्कोर पर आउट हुए. विराट-पुजारा की जोड़ी ने 113 रनों की शतकीय साझेदारी की. पुजारा का इंग्लैंड में पिछले 8 टेस्ट मैचों में यह सर्वोच्च स्कोर था. विराट ने सीरीज में अपने 400 रन पूरे कर लिए. लंच के बाद दोनों ने टीम इंडिया  का स्कोर 211 रन किया तो उनके बीच शतकीय साझेदारी पूरी हो गई और टीम की बढत 380 रन हो गई थी.

जब 76वें ओवर में टीम का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 236 रन हुआ, तब टीम की लीड 404 हो चुकी थी. यह इंग्लैंड में किसी भी टीम का लक्ष्य का सफल पीछा करते हुए सर्वोच्च स्कोर है. 1948 में ऑस्ट्रेलिया ने लीड्स में 404 रन बनाकर मैच जीता था.   विराट कोहली 71 रन बना चुके थे, वहीं  उनका साथ उपकप्तान आजिंक्य रहाणे 5 रन बनाकर दे रहे थे. 

चाय तक टीम इंडिया ने अपना स्कोर 270 कर लिया. चाय तक  टीम इंडिया की लीड तो 438 रन हो गई थी लेकिन कप्तान विराट कोहली अपने शतक से 7 रन पीछे चल रहे थे. उनका साथ अजिंक्य रहाणे 17 रन बनाकर दे रहे थे. पहली पारी में विराट ने 97 रन बनाकर आउट हो गए थे.  चाय के बाद विराट कोहली ने पहले  अपना शतक पूरा किया यह उनके करियर का 23वां, बतौर कप्तान 16वां और इंग्लैंड में दूसरा शतक था.

दूसरे दिन की शुरूआत बारिश की वजह से आधा घंटा देर से शुरू होने के बाद इंग्लैंड ने भारत की पहली पारी 329 पर समाप्त कर दी थी . भारत के अंतिम पांच बल्लेबाज केवल 22 रन ही अपनी टीम के स्कोर में जोड़ सके. इसके बाद इंग्लैंड को मजबूत शुरुआत मिली और लंच तक उसका स्कोर बिना किसी नुकसान के 46 रन हो गया था. 

पांड्या का रहा था करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
दूसरे दिन के दूसरे सत्र में भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी की और इंग्लैंड की पूरी पारी 161 रनों पर ही समेट दी. भारत की ओर से हार्दिक पांड्या ने केवल 6 ओवर में 28 रन देकर 5 विकेट लिए. लेकिन जब तीसरे सत्र में भारतीय टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो इंग्लैंड के गेंदबाजों को वैसी सफलता नहीं मिली जैसी भारत के बॉलर्स को मिली थी. दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने केएल राहुल (36), शिखर धवन (44) और चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 33) रनों की मदद से केवल दो विकेट खो कर 124 रन बना लिए थे.

यह रहा है अब तक इंग्लैंड में लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड
इस टेस्ट में अभी तक कोई भी टीम 284 रनों से ज्यादा का पीछा करते हुए नहीं जीत सकी है.  इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड ने ही 2004 में 284 रनों बनाते हुए लक्ष्य का पीछा कर जीत हासिल की थी. वहीं टीम इंडिया इंग्लैंड में कभी भी 300 से ज्यादा रनों को लक्ष्य देकर हारी नहीं हैं. लक्ष्य देकर हारने में उसका सर्वाधिक स्कोर इंग्लैंड 293 ही है. यह स्कोर टीम इंडिया ने साल 1952 में लीड्स में बनाया था.

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