क्रिकेट में आमतौर पर विनिंग कॉम्बिनेशन जल्दी नहीं बदला जाता. लेकिन कप्तान विराट कोहली ने लगातार 38 टेस्ट मैच में प्लेइंग इलेवन बदलकर विनिंग कॉम्बिनेशन की परंपरा को उल्टे पैर खड़ा कर दिया है.
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साउथम्पटन: क्रिकेट में आमतौर पर विनिंग कॉम्बिनेशन जल्दी नहीं बदला जाता. लेकिन विराट कोहली ने इस 'मान्य परंपरा' को उल्टे पैर खड़ा कर दिया है. कप्तान कोहली पर इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनकी टीम हारी है या जीती है. वे हर टेस्ट मैच के बाद अपनी टीम का प्लेइंग इलेवन बदल देते हैं. अब तक 38 बार ऐसा कर चुके हैं. गुरुवार को वे 39वीं बार टेस्ट मैच में कप्तानी करेंगे. इस बात की पूरी संभावना है कि वे इस बार भी नई प्लेइंग इलेवन के साथ उतरें.
तीन बदलाव कर सकती है टीम इंडिया
भारतीय टीम ने नॉटिंघम में तीसरा टेस्ट जीतकर 5 मैच की सीरीज में वापसी की थी. अब वह 1-2 से पीछे है. लेकिन पिछला मैच जीतने के कारण टीम का मनोबल ऊंचा है. इसके बावजूद टीम में कम से कम दो बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. यह भी संभव है कि टीम तीन बदलाव के साथ मैदान पर उतरे. टीम बॉलिंग में दो और बैटिंग में एक बदलाव कर सकती है.
आर. अश्विन की जगह रविंद्र जडेजा
ऑफ स्पिनर आर अश्विन चोटिल हैं. वे चोट के कारण तीसरे टेस्ट में काफी देर तक मैदान से बाहर रहे थे. अश्विन ने चौथे टेस्ट से पहले नेट्स पर ज्यादा गेंदबाजी भी नहीं की है. माना जा रहा है कि वे पूरी तरह फिट नहीं हैं. ऐसे में उनकी जगह लेफ्ट आर्म स्पिनर रविंद्र जडेजा को प्लेइंग इलेवन में मौका दिया जा सकता है। जडेजा ने 2014 में साउथम्पटन टेस्ट में पांच विकेट हासिल किए थे.
मोहम्मद शमी की जगह उमेश यादव
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी नॉटिंघम टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. उन्होंने दोनों पारियों में एक-एक विकेट लिए थे. उन्होंने सीरीज के 3 टेस्ट में 8 विकेट लिए हैं. ऐसे में संभव है कि प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह उमेश यादव को मौका दिया जाए. टीम के बाकी दो तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह का खेलना तय है. ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या टीम के चौथे पेसर होंगे.
धवन या राहुल की जगह पृथ्वी शॉ को मौका
इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट के लिए पृथ्वी शॉ को टीम में जगह मिली है. उन्होंने हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर 8 मैचों की 10 पारियों में 603 रन बनाए हैं. 18 साल के पृथ्वी ओपनर हैं. भारत के पहले दो मैचों में हार की वजह ओपनिंग में नाकामी भी थी. तीसरे मैच में शिखर धवन और केएल राहुल ने अच्छी शुरुआत दी, लेकिन दोनों ही अर्धशतक नहीं बना पाए. ऐसे में टीम सीरीज में चौथा ओपनर आजमा सकती है.
और एक संभावना यह भी...
भारतीय टीम के ओपनरों ने पिछला मैच अच्छा खेला. मिडिल ऑर्डर में पुजारा और रहाणे ने अर्धशतक लगाए. पांड्या और ऋषभ पंत अच्छा खेल रहे हैं. इशांत ने 4 और बुमराह ने 7 विकेट झटके. अश्विन अच्छी फॉर्म में है. मोहम्मद शमी स्विंग के अनुकूल माहौल होने पर टीम के सबसे खतरनाक गेंदबाज हो सकते हैं. यानी, कोहली के पास यह एक मौका है, जब वे प्लेइंग इलेवन बदले बिना मैदान पर उतर सकते हैं. लेकिन इसके लिए दो चीजें जरूरी होंगी. पहला, अश्विन का फिट होना और दूसरा कप्तान कोहली की मनोदशा. सिर्फ कोहली ही तय करेंगे कि उन्हें विनिंग कॉम्बिनेशन ब्रेक करना है या इसे कायम रखना है.