INDvsAUS: भारत ने ऑस्‍ट्रेलिया को लगातार तीसरे वनडे में हराकर रचा इतिहास, सीरीज पर कब्‍जा
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INDvsAUS: भारत ने ऑस्‍ट्रेलिया को लगातार तीसरे वनडे में हराकर रचा इतिहास, सीरीज पर कब्‍जा

टीम इंडिया ने इंदौर में ऑस्‍ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर अपराजेय रहने का रिकॉर्ड कायम रखा. 'मैन ऑफ द मैच' का खिताब हार्दिक पंड्या को दिया गया.

होलकर स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में बल्लेबाजी करते हार्दिक पंड्या. (फोटो/आईएएनएस/24 सितंबर, 2017)

इंदौर: ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने फिर जरूरत के समय सुनियोजित अर्धशतकीय पारी खेली जिससे भारत ने तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार (24 सितंबर) को यहां ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 3-0 से अजेय बढ़त हासिल करने के साथ आईसीसी टीम रैकिंग में भी नंबर एक स्थान हासिल किया. रोहित शर्मा (62 गेंदों पर 71 रन) और मुंबई के उनके साथी अंजिक्य रहाणे (76 गेंदों पर 70 रन) ने पहले विकेट के लिये 139 रन जोड़कर भारत को शानदार शुरुआत दिलायी, लेकिन वह पंड्या थे जिन्होंने भारत को मुकाम तक पहुंचाया. इस ऑलराउंडर ने चौथे नंबर पर उतरने के बाद 72 गेंदों पर 78 रन की पारी खेली जिसमें पांच चौके और चार छक्के शामिल हैं. 

  1. भारत ने मैच जीतकर सीरीज 3-0 से अपने नाम की
  2. भारत की ओर से मैच में तीन अर्धश्‍ातक बनाए गए.
  3. इसके साथ ही भारत आईसीसी रैंंकिंग में नंबर 1 हो गया.

इससे भारत ने 47.5 ओवर में पांच विकेट पर 294 रन बनाकर अपना विजय अभियान जारी रखा. भारत की जीत की नींव हालांकि गेंदबाजों ने रख दी थी जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को अच्छी शुरूआत का खास फायदा नहीं उठाने दिया. आरोन फिंच की 125 गेंदों पर 124 रन की पारी और कप्तान स्टीव स्मिथ (63) के साथ दूसरे विकेट के लिये 154 रन की साझेदारी से ऑस्ट्रेलियाई टीम एक समय 350 रन तक पहुंचने की स्थिति में दिख रही थी, लेकिन उसकी टीम आखिर में छह विकेट पर 293 रन ही बना पायी. फिंच ने अपनी पारी में 12 चौके और पांच छक्के शामिल हैं.

भारत ने इस तरह से जून 2016 से लेकर लगातार छठी द्विपक्षीय वनडे श्रृंखला जीती. इससे आईसीसी टीम रैंकिंग में उसके 120 अंक हो गये हैं और वह दक्षिण अफ्रीका (119) को पीछे छोड़कर शीर्ष पर काबिज हो गया है. भारतीय टेस्ट रैंकिंग में भी नंबर एक पर है. यही नहीं भारत ने होलकर पर अपना अजेय रिकॉर्ड भी बरकरार रखा. उसने यहां खेले गये सभी पांचों वनडे और एक टेस्ट में जीत दर्ज की है.

रोहित और पंड्या ने वीरेंद्र सहवाग की इसी मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011 में खेली गयी 219 रन की पारी के कुछ रंग दिखाये. रोहित ने पैट कमिन्स की शॉर्ट पिच गेंद लॉन्ग लेग पर छह रन के लिये भेजने के बाद नाथन कूल्टर नाइल के अगले ओवर में लॉन्ग ऑफ पर छक्का लगाया. पहले बदलाव के रूप में आये केन रिचर्डसन पर जड़ा गया उनका गगनदायी शॉट स्टेडियम से बाहर चला गया. एशटन एगर पर छक्के से उन्होंने अपना 33वां अर्धशतक पूरा किया.

दूसरी तरफ दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट जल्दी निकलने के बाद टीम को किसी तरह के दबाव में आने से बचाने के लिये चौथे नंबर पर भेजे गये पंड्या ने एशटन एगर खिलाफ सुनियोजित आक्रमण किया. उन्होंने बायें हाथ के स्पिनर पर चार छक्के लगाये. यहां तक कि दो अवसरों पर जब भारत ने जल्दी दो-दो विकेट गंवाये तब भी उन्होंने बेफिक्र अंदाज में बल्लेबाजी की. चेन्नई में पहले मैच में 83 रन बनाने वाले पंड्या ने अपने चौथे अर्धशतक के लिये 45 गेंदें खेली.

रहाणे ने चतुराई भरी बल्लेबाजी की और गेंद को खाली स्थानों से निकालकर स्ट्राइक रोटेट करके दबाव बनाये रखा. वनडे में 21वां अर्धशतक पूरा करने के बाद वह भी बड़ी पारी नहीं खेल पाये. भारत ने आठ गेंद के अंदर रोहित और रहाणे के के विकेट गंवाये. रोहित जब 67 रन पर थे तब कामचलाऊ विकेटकीपर पीटर हैंडसकांब ने उनका कैच छोड़ा था, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाये और कूल्टर नाइल की गेंद को पुल करके मिडविकेट पर हवा में लहराता हुआ कैच दे बैठे, जबकि रहाणे को कमिन्स ने पगबाधा आउट किया. रोहित ने अपनी पारी में छह चौके और चार छक्के जबकि रहाणे ने नौ चौके लगाये.

पंड्या जब चौथे नंबर पर उतरे तो दर्शकों ने दिल खोलकर उनका स्वागत किया. उन्होंने और कप्तान विराट कोहली (28) ने तीसरे विकेट के लिये 56 रन जोड़े. भारत ने फिर तीन रन के अंदर दो विकेट गंवाये. कोहली ने ड्राइव करने के प्रयास में लॉन्ग ऑफ पर कैच दिया जबकि जाधव विकेट के पीछे कैच देकर पवेलियन लौटे. पंड्या ने इसके बाद मनीष पांडे (नाबाद 36) के साथ पांचवें विकेट के लिये 78 रन की साझेदारी की. जब वह कमिन्स (54 रन देकर दो विकेट) की गेंद पर मिड आन पर कैच देकर पवेलियन लौटे तब भारत की जीत औपचारिकता मात्र रह गयी थी.

इससे पहले भारत ने अंतिम दस ओवरों में ऑस्ट्रेलिया पर अंकुश लगाया और इस बीच केवल 59 रन देकर चार विकेट निकाले. भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह (52 रन देकर दो) और कुलदीप यादव (75 रन देकर दो) ने दो-दो विकेट लिये जबकि युजवेंद्र चहल और हार्दिक पंड्या ने एक-एक विकेट हासिल किया.

पिच सपाट थी, श्रृंखला में पहली बार टॉस ने स्मिथ का साथ दिया और ऑस्ट्रेलिया की वर्तमान में सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ी ने अच्छी शुरुआत की थी. कुल मिलाकर उसकी टीम अपनी रणनीति के अनुसार स्पिनरों का सामना करने और बड़ा स्कोर खड़ा बनाने के लिये आदर्श स्थिति में थी. फिंच और डेविड वॉर्नर (42) ने पहले विकेट के लिये 70 रन की साझेदारी की. भारत के खिलाफ अक्सर अच्छा प्रदर्शन करने वाले फिंच ने अपने कट, ड्राइव और स्वीप शॉट का अच्छा नमूना पेश किया और दिखाया कि शीर्ष क्रम में वह ऑस्ट्रेलिया के लिये कितने उपयोगी हैं. वार्नर भी शुरू में गेंदबाजों को परखने के बाद लय पकड़ चुके थे. चहल पर लांग आन पर लगाया गया उनका सीधा छक्का आत्मविश्वास से भरा था, लेकिन पंड्या की आफ कटर पर वह चूक गये जिससे उनकी गिल्लियां बिखेर गयी.

फिंच ने कलाई के दोनों स्पिनरों चहल और कुलदीप की रांग उन यानि गुगली को निशाना बनाया. फिंच ने अपने पांच में से चार छक्के ऐसी गेंदों पर लगाये. कोहली ने 22वें ओवर में पहली बार कुलदीप को गेंद थमायी तो फिंच ने इस ‘चाइनामैन’ का स्वागत चौके से किया. कोहली को जल्द ही भुवनेश्वर कुमार और बुमराह को फिर से गेंद थमानी पड़ी.

भारतीय गेंदबाजों को शुरू में सफलता नहीं मिली लेकिन अपने अंतिम ओवरों में उन्होंने अच्छी वापसी की. फिंच ने कुलदीप की गुगली को चार रन के लिये भेजकर वनडे में अपना आठवां और भारत के खिलाफ दूसरा शतक पूरा किया. इसी गेंदबाज पर लगाया गया उनका लंबा शाट हालांकि मिडविकेट सीमा रेखा के पास केदार जाधव ने कैच में बदल दिया. फिंच और स्मिथ ने वर्तमान श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पहली शतकीय भागीदारी निभायी.

कुलदीप ने स्मिथ को लॉन्ग ऑफ पर आसान कैच देने के लिये मजबूर किया जिन्होंने अपनी 71 गेंद की पारी में पांच चौके लगाये. चहल के अगले ओवर की पहली गेंद पर ग्लेन मैक्सवेल (पांच) चूक गये और महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी सदाबहार चपलता दिखाकर उन्हें स्टंप आउट करने में देर नहीं लगायी, जबकि बुमराह ने ट्रेविस हेड (चार) को धीमी गेंद पर बोल्ड किया. मैथ्यू वेड की जगह टीम में लिये गये हैंडसकांब केवल तीन रन बना पाये. मनीष पांडे ने बेहद चतुराई से सीमा रेखा पर छह रन के लिये जा रही गेंद को कैच में तब्दील करके बुमराह के नाम पर दूसरा विकेट दर्ज करवाया. पिछले मैच में अच्छी पारी खेलने वाले आलराउंडर मार्कस स्टोइनिस 27 रन बनाकर नाबाद रहे.

ऑस्ट्रेलिया की पारी: 
डेविड वॉर्नर बो पंड्या 42 
आरोन फिंच का जाधव बो यादव 124 
स्टीव स्मिथ का बुमराह बो यादव 63 
ग्लेन मैक्सवेल स्ट धोनी बो चहल 05 
ट्रेविस हेड बो बुमराह 04 
मार्कस स्टोईनिस नाबाद 27 
पीटर हैंड्सकोंब का पंड्या बो बुमराह 03 
एशटन एगर नाबाद 09 

अतिरिक्त: 16 (लेग बाई 2, वाइड 14), कुल योग : 50 ओवर में छह विकेट पर : 293 रन 
विकेट पतन: 1-70, 2-224, 3-243, 4-243, 5-260, 6-275 
गेंदबाजी: भुवनेश्वर 10-0-52-0, बुमराह 10-0-52-2, चहल 10-0-54-1, पंड्या 10-0-58-1, यादव 10-0-75-2

भारत की पारी: 
अजिंक्य रहाणे पगबाधा बो कमिंस 70 
रोहित शर्मा का सब बो कूल्टर नाइल 71 
विराट कोहली का फिंच बो एगर 28 
हार्दिक पंड्या का रिचर्डसन बो कमिंस 78 
केदार जाधव का हैंड्सकोंब बो रिचर्डसन 02 
मनीष पांडे नाबाद 36 
महेंद्र सिंह धोनी नाबाद 03 

अतिरिक्त: 06 (लेग बाई 3, वाइड 3), कुल योग : 47.5 ओवर में पांच विकेट गंवाकर : 294 रन 
विकेट पतन: 1-139, 2-147, 3-203, 4-206, 5-284 
गेंदबाजी: कमिंस 10-0-54-2, कूल्टर नाइल 10-0-58-1, रिचर्डसन 8-5-0-45-1, स्टोईनिस 8-0-61-0, एगर 10-0-71-1, मैक्सवेल 1-0-2-0

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