U-19 World Cup: न्यूजीलैंड में लहराया तिरंगा, ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत ने चौथी बार जीता खिताब
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U-19 World Cup: न्यूजीलैंड में लहराया तिरंगा, ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत ने चौथी बार जीता खिताब

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच  चल रहे अंडर 19 वर्ल्डकप फाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हरा दिया. भारत की ओर से मनजोत कालरा का शानदार शतक रहा

भारत ने चौथी बार अंडर 19 वर्ल्डकप का खिताब जीता है.(फोटो : @cricketworldcup

माउंट माउंगानुइ :भारत ने अंडर 19 वर्ल्डकप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हरा कर चौथी बार खिताब जीत लिया है. न्यूजीलैंड के माउंट माउंगानुइ  में खेले गए फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के दिए 217 रनों के लक्ष्य को 39वें ओवर में ही हासिल कर लिया. भारत के हीरो रहे मनजोत कालरा ने 101 गेंदों में शानदार शतक बनाया. मनजोत दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंडर 19 वर्ल्डकप टूर्नामेंट के फाइनल में शतक लगाया है.  मनजोत के 102 गेंदों पर 101 रन के अलावा हार्विक देसाई ने उनका साथ देते हुए शानदार 47 रन बनाए.

  1. मनजोत कालरा ने बनाया शानदार शतक 
  2. चालीस ओवरसे पहले ही हासिल किया 217 का लक्ष्य
  3. हार्विक देसाई ने भी बनाए शानदार 47 रन

भारतीय कप्तान पृथ्वी शॉ ने 29 रन और उपकप्तान शुभमन गिल ने 31 रन बनाए थे. भारत ने ऑस्ट्रेलया के दिए 217 रन के लक्ष्य को 39वें ओवर में ही हासिल कर लिया था. 30 ओवर तक भारत को जीत की खुशबू मिलती नजर आने लगी थी.  सलामी बल्लेबाज मनजोत कालरा शतक पहुंच चुके थे. इस समय तक वे 80 गेंदों में 85 रन बना चुके थे. 

Under 19 World Cup : ये हैं भारत की जीत के पांच कारण

उनके साथ हार्विक देसाई 15 रन पर खेल रहे थे और भारत का स्कोर दो विकेट के नुकसान पर 170 रन हो चुका था.  अब भारत को जीत के लिए 47 रन चाहिए थे,. ऐसा लगने लगा था कि मैच 40 ओवर से पहले ही खत्म हो जाएगा.

22वें ओवर में भारत का दूसरा विकेट भी गिर गया. उपकप्तान शुभमन गिल 30 गेंदों पर ताबड़तोड़ 31 रन बनाकर परम उप्पल की गेंद पर बोल्ड आउट हो गए. आउट होने से पहले   शुभमन ने भारत का स्कोर 132 रन तक पहुंचा दिया. भारत के लिए अर्धशतक बनाने वाले मनजोत कालरा अभी भी क्रीज पर डटे हुए हैं और उनका साथ देने के लिए हार्विक देसाई मैदान में आए हैं. 

10 से 20 ओवर :   बीस ओवर तक भारत का केवल एक ही विकेट गिरा था और क्रीज पर मनजोत कालरा के साथ उपकप्तान शुभमन गिल मौजूद थे. तेजी से रन बनाते हुए दोनों ने भारत का स्कोर 125 रन तक पहुंचा दिया. मनजोत 55 गेंदों पर 56 और शुभमन 25 गेंदों पर 30 रन बना कर खेल रहे थे. 17वें ओवर में ही  भारत के सलामी बल्लेबाज मनजोत कालरा ने शानदार अर्धशतक बनाया. मनजोत ने केवल 48 गेंदों में पांच चौकों और दो छक्कों की मदद सेअपने पचास रन पूरे  कर लिए. मनजोत चौथे ऐसे भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने आईसीसी अंडर 19 वर्ल्डकप टूर्नामेंट के फाइनल में अर्धशतक लगाया है. कप्तान पृथ्वी शॉ के आउट होने के बाद भारत की रन गति धीमी होने के बजाय तेज हो गई और मनजोत कालरा तेजी से रन बनाते रहे. इसकी वजह से भारत का स्कोर 16वें ओवर में ही 100 रन के पार हो गया. तब मनजोत 37 गेंद पर 44 रन और उपकप्तान शुभमन गिल 19 गेंदों में 20 रन बना कर खेल रहे थे.

इससे पहले 10 ओवर में शानदार शुरुआत देने के बाद पृथ्वी शॉ अपनी पारी ज्यादा लंबी नहीं खींच पाए और 12वें ओवर में ही  29 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए. इस समय तक भारत का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 71 रन हो चुका था. पृथ्वी को विल सदरलैंड ने बोल्ड आउट किया. सदरलैंड को अपने दूसरे ओवर में ही सफलता मिली. दूसरे छोर पर खेल रहे मनजोत कालरा का साथ देने उपकप्तान शुभमन गिल आए है. 

पहले दस ओवर:
एक ओर पृथ्वी शॉ संभलकर खेलते हुए कमजोर गेंदों पर शॉट्स खेेलने से नहीं चूक रहे थे वहीं मनजोत कालरा ने रनों की गति बनाए रखते हुए दूसरा छोर संभाला हुआ था. चौथे ओवर की बारिश के खलल के बाद भी दोनों की लय में कोई फर्क नजर नहीं आया और नौवें ओवर में ही भारत का स्कोर 50 के पार पहुंचा दिया. 10 ओवर तक पृ्थ्वी शॉ ने 29 रन और मनजोत कालरा ने 19 रन बना लिए थे. भारत का स्कोर तब तक बिना किसी नुकसान के 55 रन हो गया था. 

भारत की शुरुआत कप्तान पृथ्वी शॉ और मनजोत कालरा ने की. दोनों बल्लेबाज, खासतौर पर पृथ्वी शॉ विकेट बचाने को प्राथमिकता देते हुए नजर आए. चार ओवर के बाद बारिश की वजह से खेल थोड़ी देर के लिए रोक देना पड़ा. लेकिन थोड़ी़ देर के बाद खेल फिर शुरू हुआ और पांच ओवर खत्म होने तक भारत ने 26 रन बना लिए थे और पृ्थ्वी शॉ 12 जबकि मनजोत कालरा 10 रन बना कर जमे हुए थे.

ऑस्ट्रेलिया की ओर से जाक इवांस ने दो ओवर में 11 रन दिए  जबकि रेयान हेडली ने तीन ओवर में 15 रन दिए. पहले चार ओवर में ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी में वो धार नहीं दिखाई दी जिसकी दरकार थी. हालांकि इस दौरान केवल एक ही चौका और एक ही छक्का लगा. लेकिन खास तौर पर  जाक इवांस अपने दूसरे ओवर में लय में नहीं दिखे जिसकी वजह से  उस ओर में जाक ने दो वाइड गेंद और एक नोबाल फेंक दी जिसका मनजोत कालरा ने पूरा फायदा उठाते हुए फ्री हिट पर छक्का लगा दिया.

बारिश से पहले चार ओवर तक भारत ने बिना कोई विकेट गंवाए 23 रन बना लिए थे. पृथ्वी शॉ ने 18 गेंदों में एक चौके के साथ दस रन बनाए थे. जबकि मनजोत कालरा ने केवल 7 गेंदों में ही एक छक्के के साथ 9 रन बना लिए थे. 

इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली पारी में बड़ी साझेदारी के अभाव में कभी बड़े स्कोर की ओर बढ़ती नहीं दिखी और चालीस ओवर के बाद उसके विकेट जल्दी जल्दी गिरने लगे.  42वें ओवर में शिवा सिंह ने विल सदरलैंड को और इसके बाद 46वें ओवर में अनुकूल रॉय ने जोनाथन मेरलो को 76 के निजी स्कोर पर शिवा सिंह के हाथों कैच करा दिया. उसके अगले ही ओवर में कमलेश नागरकोटी ने  जाक इवांस को बोल्ड कर दिया और  बैक्सटर होल्ट  13 रन बनाकर रन आउट हो गए.  फिर 48वें ओवर में शिवम मावी ने रेयान हेडली को हार्विक देसाई के हाथों कैच करा  कर ऑस्ट्रेलिया की पारी 216 रन पर समेट दी.

43 ओवर में 200 रन तक ही पहुंच सकी और तब तक टीम के छह खिलाड़ी पवेलियन वापस जा चुके थे.  ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे ज्यादा 76 रन जोनाथन मेरलो ने बनाए. जोनाथन ने छह चौकों के साथ 102 गेंदों का सामना किया.

उनके अलावा परम उप्पल 34, जैक एडवर्ड 28 और नाथन मैकस्वीनी ने 23 रन बनाए. भारत के पांच गेंदबाजों को सफलता मिली. ईशान पोरेल, शिवा सिंह, अनुकूल रॉय ओर कमलेश नागरकोटी ने दो दो विकट लिए. जबकि शिवम मावी को एक विकेट मिला. 

30-40 ओवर
40 ओवर तक ऑस्ट्रेलिया ने  पांच विकेट के नुकसान पर 185 रन बना लिए थे. जोनाथन मेरलो एक छोर से ऑस्ट्रेलिया की ओर से मोर्चा संभाले हुए थे. मेरलो 86 गेंदों में 64 रन बना चुके थे. लेकिन दूसरे छोर पर नाथन मैक्स्वीनी को शिवा सिंह ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट कर दिया.  मैक्सवीनी ने दो चौकों के साथ 29 गेंदों पर 23 रन बनाए. शिवा सिंह को उनकी शानदार गेंदबाजी का फल मिला. उन्होंने आठ ओवर में केवल 26 रन देकर एक विकेट लिया.  मेरलो का साथ देने विकेटकीपर विल सदरलैंड आए. 

35 ओवर के बाद चार विकेट के नुकसान पर 163 रन बना लिए थे. जिसमें जोनाथन मेरलो का शानदार अर्धशतक शामिल रहा. जोनाथन मेरलो जब क्रीज पर आए थे तब ऑस्ट्रेलिया के पहले तीन विकेट गिर चुके थे. लेकिन जोनाथन ने पहले तो परम उप्पल के साथ 80 रन की साझेदारी की फिर इसके बाद अपना अर्धशतक पूरा किया. इस बीच ऑस्टेलिया तेजी से रन बनाने में कामयाब नहीं हो सका. इस समय तक ऑस्ट्रेलिया की रन गति 4.66 ही रही. 

तीस ओवर के बाद पांच ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने केवल 21 रन ही बनाए. जोनाथन और उप्पल की साझेदारी के टूटने का भारतीय गेंदबाजों बखूबी फायदा उठाया. ईशान पोरेल ने तब तक सात ओवर में केवल 30 रन दिए थे. जबकि  कमलेश नागरकोटी ने छह ओवर में 32 रन ही दिए थे.

20 -30 ओवर
पहले तीन विकेट गंवाने के बाद बड़ी साझेदारी की ओर बढ़ ही रही थी कि अनुकूल रॉय ने ऑस्ट्रेलिया का चौथा विकेट गिरा दिया. ऑस्ट्रेलिया  ने 30 ओवर की समाप्ति पर 142 रन बना लिए. अनुकूल ने परम उप्पल को 34 रन के स्कोर पर अपनी ही गेंद पर कैच आउट कर लिया. उप्पल ने अपनी पारी में केवल तीन चौके लगाए और 58 गेंदों का सामना किया. दूसरी ओर उनके साथी जोनाथन मेरलो ने 54 गेंदों पर 46 रन बना लिए थे. 

अनुकूल ने भारत के 29वें ओवर में  उप्पल को आउट किया और तब तक 5 ओवर में केवल 22 रन दिए थे. उप्पल और जोनाथन ने चौथे विकेट के लिए 80 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की. वहीं उप्पल के बाद जोनाथन मेरलो का साथ देने के लिए नाथन मैकस्वीनी आए. 

15-20 ओवर
12 ओवर के बाद क्रीज पर  परम उप्पल और जोनाथन मेरलो संभल कर खेलते हुए लंबी साझेदारी बनाने की कोशिश कर रहे थे. इस समय परम उप्पल  27 गेंदों पर 19 रन बनाकर स्कोर की गति को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे.जबकि दूसरे छोर पर उनका साथ दे रहे जोनातन मेरलो 28 गेंदें खेल कर केवल 14 रन ही बना सके थे. शिवा सिंह ने भारत केे लिए कोई विकेट तो नहीं लिया लेकिन उन्होने दोनों ही बल्लेबाजों को बांध कर रखा. शिवा ने पांच ओवर में केवल 12 रन ही दिए.

दस ओवर तक पहले दो विकेट गिरने के बाद,ऑस्टेलिया के कप्तान जेसन संघा को कमलेश नागरकोटी ने केवल 13 रन के निजी स्कोर पर ही विकेट के पीछे हार्विक  देसाई के हाथों कैच करा कर पवेलियन वापस पहुंचा दिया. इसके बाद15 ओवर तक ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट के नुकसान पर 72 रन बना लिए थे.

5 -10 ओवर
पहले दस ओवर का खेल खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने दो विकेट खोने के साथ 52 रन बना लिए थे.  भारत की ओर से ईशान पोरेल ने अपनी टीम को पहली सफलता दिलाई. ईशान ने मैक्स ब्रायंट को 14 रन के निजी स्कोर पर अभीषेक शर्मा के हाथों कैच आउट कराया.  इसके बाद  कप्तान जेसन संघा क्रीज पर जैक एडवर्ड का साथ देने आए, लेकिन एडवर्ड दसवें ओवर की अंतिम गेंद पर ही आउट हो गए. ईशान पोरेल ने एक बार फिर भारत को सफलता दिलाई.​

जैक काफी लय  में नजर आ रहे थे. वे पांच चौकों की मदद से  28 रन बना कर आउट हुए. ईशान ने उन्हें कमलेश नागरकोटी के हाथों कैच कराया. ईशान ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ भी चार विकेट लेते हुए शानदार गेेंदबाजी की थी. 

पहले पांच ओवर :
शुरूआत में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने संभल कर खेल दिखाया और पहले पांच ओवर तक तो अपना कोई विकेट नहीं गंवाया  लेकिन बल्लेबाज स्कोर बोर्ड को भी बढ़ाते रहे स्कोर बिना कोई विकेट खोए 32 रन कर दिया था. क्रीज पर जैक एडवर्ड 16 रन और मैक्स ब्रायंट 14 रन बना कर खेल रहे थे. भारत की ओर से शिवम मावी ने 3 ओवर में 19 रन दिए थे. वहीं ईशान पोरेल ने 2 ओवर फेंक कर 13 रन दे चुके थे 

भारत और आस्ट्रेलिया टूर्नामेंट के इतिहास की दो सबसे सफल टीमें हैं, जो तीन तीन बार खिताब जीत चुकी हैं. द्रविड़ की युवा बिग्रेड फाइनल खेलेगी तो उसके पास रिकार्ड चौथा खिताब जीतकर आस्ट्रेलिया को पछाड़ने का मौका है. टूर्नामेंट के पहले मैच में आस्ट्रेलिया को 100 रन से हरा चुका है.  

टीमें :भारत अंडर 19 : पृथ्वी शॉ ( कप्तान ), शुभमान गिल, मनजोत कालरा, अभिषेक शर्मा, रियान पराग, हार्विक देसाई, शिवम मावी, कमलेश नागरकोटी, ईशान पोरेल, अनुकूल राय, शिवा सिंह.

आस्ट्रेलिया अंडर 19 : जेसन संघा (कप्तान) , विल सदरलैंड, मैक्स ब्रायंट, जैक एडवडर्स, जाक इवांस,  रियान हेडली, बैक्सटर होल्ट, नाथन मैकस्वीनी, जोनाथन मेरलो, लायड पोप, परम उप्पल.

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