#MeToo: राहुल जौहरी मामले में जांच पैनल ने BCCI अध्यक्ष और सचिव को गवाही के लिए बुलाया
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#MeToo: राहुल जौहरी मामले में जांच पैनल ने BCCI अध्यक्ष और सचिव को गवाही के लिए बुलाया

बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी पहले शीर्ष पदाधिकारी हैं, जिन्होंने स्वतंत्र जांच पैनल को सीईओ राहुल जौहरी के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न के मामले में मदद की पेशकश की है.

राहुल जौहरी पर एक अज्ञात महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए थे (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : बीसीसीआई के तीन सदस्यीय पैनल ने कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना और कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी को भी सीईओ राहुल जौहरी के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न के मामले में गवाही देने के लिए समन भेजा. बोर्ड के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी पहले ही पैनल को ईमेल करके जांच में मदद करने की पेशकश कर चुके हैं. लेकिन अब उनके अलावा खन्ना और अमिताभ भी अपनी गवाही देंगे. इन दोनों को इस संबंध में रविवार को पैनल की तरफ से ईमेल मिला. 

  1. बीसीसीआई के सीईओ हैं राहुल जौहरी
  2. अनजान महिला ने लगाया था यौन शोषण का आरोप
  3. आरोप लगने के बाद से अवकाश पर हैं राहुल जौहरी

बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''हां, सीके खन्ना और अमिताभ को यौन उत्पीड़न के मामले में सोमवार को बीसीसीआई मुख्यालय में अनिरुद्ध के साथ गवाही देने के लिए ईमेल मिले हैं.'' तीनों शीर्ष पदाधिकारियों को गवाही के लिए बुलाए जाने के कारण यह मामला गंभीर बनता जा रहा है. अधिकारी ने कहा, ''पैनल का जांच में मदद के लिए सभी पदाधिकारियों को बुलाने का फैसला सही है. मेरा मानना है कि बीसीसीआई के सभी कर्मचारियों (महिला एवं पुरूष) को भी गवाही के लिए बुलाया जाना चाहिए.'' 

बता दें कि बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी पहले शीर्ष पदाधिकारी हैं, जिन्होंने स्वतंत्र जांच पैनल को सीईओ राहुल जौहरी के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न के मामले में मदद की पेशकश की है. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा था, ''हां, अनिरुद्ध ने शुक्रवार की रात पैनल को ईमेल करके जांच में मदद करने की पेशकश की है. वह पहले शीर्ष पदाधिकारी हैं जो खुलकर सामने आए हैं और समिति को मेल किया है.'' 

बीसीसीआई कोषाध्यक्ष का जांच में मदद की पेशकश को बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, इस मामले में अनिरुद्ध चौधरी की तरफ से अधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया है. वहीं, राहुल जौहरी जांच पूरी होने तक अवकाश पर हैं. 

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बता दें कि राहुल जौहरी पर एक अज्ञात महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए थे. इसके बाद सीओए ने उनसे जवाब मांगा था. अपनी सफाई में जौहरी ने आरोपों से इनकार किया था. तभी सीओए ने तीन सदस्यीय स्वतंत्र समिति का गठन करने का फैसला किया था. 

इस तीन सदस्यीय समिति में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश राकेश शर्मा, दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह और सीबीआई के पूर्व निदेशक रिटायर्ड आईपीएस पी.सी. शर्मा शामिल हैं. वहीं, बोर्ड की सात राज्य इकाइयों ने राहुल जौहरी के खिलाफ लगे आरोपों की जांच लंबित रहने तक उन्हें निलंबित करने की मांग की है. पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने इस मामले में बोर्ड को ई-मेल भेजा था. उन्होंने लिखा था कि इस मामले को जिस तरीके से निपटा गया, वह चिंताजनक है. सौरव गांगुली बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (कैब) के अध्यक्ष भी हैं.

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