14 महीने बाद वनडे टीम इंडिया में वापसी करने वाले रवींद्र जडेजा का कहना है कि उन्हें किसी को कुछ साबित नहीं करना है.
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दुबई: रविंद्र जडेजा ने कहा कि वह टीम इंडिया में इस वापसी को हमेशा याद रखेंगे क्योंकि वह इस बार काफी लंबे समय तक बाहर रहे, लेकिन साथ ही उनका कहना है कि उन्हें किसी को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है. बायें हाथ के स्पिनर ने 29 देकर चार विकेट झटककर एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ भारत की सात विकेट की जीत में अहम भूमिका अदा की जिससे उन्हें मैन आफ द मैच चुना गया. उन्होंने 480 दिन तक बाहर रहने के बाद भारतीय टीम में वापसी की.
जडेजा ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं हमेशा इस वापसी को याद रखूंगा क्योंकि मैंने करीब 480 दिन के बाद भारतीय टीम में वापसी की है. इससे पहले मैं इतने ज्यादा लंबे समय तक बाहर नहीं रहा था.’’
अपने कौशल को और निखारने की जरूरत
इस तरह का बयान देने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘मुझे किसी को कुछ साबित नहीं करना. मुझे अपने कौशल को और निखारने की जरूरत है. मुझे किसी को यह दिखाने की जरूरत नहीं है कि मैं क्या कर सकता हूं. मुझे खुद को ही चुनौती देने की आवश्यकता है.’’ वर्ष 2019 विश्व कप के लिये एक साल से भी कम समय बचा है, उन्होंने अपनी काबिलियत से चयनकर्ताओं को सही समय पर प्रभावित किया लेकिन उन्होंने कहा कि वह ज्यादा आगे के बारे में नहीं सोच रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘विश्व कप में अभी कुछ समय है, हमें उससे पहले काफी मैच खेलने हैं और मैं अभी से कुछ भी टिप्पणी नहीं कर सकता. मेरा लक्ष्य है कि मुझे जब भी मौका मिले मैं आज जैसा ही प्रदर्शन करूं.’’ जडेजा ने कहा, ‘‘इसके बारे में अभी कुछ नहीं सोच सकता. मेरा ध्यान इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने पर लगा है.’’
जीत में जडेजा की गेंदबाजी के अलावा कप्तान रोहित का भी था योगदान
टीम इंडिया की जीत में जडेजा के अलावा कप्तान रोहित शर्मा की एक और दमदार अर्धशतकीय पारी से भारत ने शुक्रवार को यहां बांग्लादेश को 82 गेंदें शेष रहते हुए सात विकेट से हराकर एशिया कप सुपर फोर में अपने अभियान की जोरदार शुरुआत की. इस मैच में भारत ने टास जीतकर बांग्लादेश को पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किया और उसकी पूरी टीम को 49.1 ओवर में 173 रन पर ढेर कर दिया. भारत ने 36.2 ओवर में तीन विकेट पर 174 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की. रोहित ने नाबाद 83 रन बनाये जबकि शिखर धवन ने 40 और महेंद्र सिंह धोनी ने 33 रन की पारी खेली.
चोटिल पांड्या की जगह मिले मौके को खूब भुनाया जडेजा ने
हार्दिक पांड्या को चोट लगने की वजह से उनकी जगह टीम में लिये गये जडेजा ने मौके का पूरा फायदा उठाकर दस ओवर में 29 रन देकर चार विकेट लिये और विश्व कप टीम के लिये खुद की दावेदारी फिर से पेश की. तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (32 रन देकर तीन) और जसप्रीत बुमराह (37 रन देकर तीन) ने उनका अच्छा साथ दिया.
101 रन पर 7 विकेट ही गिर गए थे बांग्लादेश के
बांग्लादेश के सात विकेट 101 रन पर निकल गये थे लेकिन मेहदी हसन मेराज (42) और कप्तान मशरेफी मुर्तजा (26) ने आठवें विकेट के लिये 66 रन जोड़े जिससे उसकी टीम सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पायी. भारतीय बल्लेबाजों को इसके उलट रन बनाने में कोई परेशानी नहीं हुई. रोहित ने धवन के साथ 61, अंबाती रायुडु के साथ 45 और धोनी के साथ 64 रन की तीन उपयोगी साझेदारियां की. रोहित ने 104 गेंदें खेली तथा पांच चौके और तीन छक्के लगाए.
(इनपुट भाषा)