जन्मदिन विशेष : वो दिन जिसे हमेशा याद रखेंगे सचिन, भूल जाना चाहेंगे डॉन ब्रैडमैन के फैंस
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जन्मदिन विशेष : वो दिन जिसे हमेशा याद रखेंगे सचिन, भूल जाना चाहेंगे डॉन ब्रैडमैन के फैंस

जहां पूरी दुनिया के क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर बनना चाहते हैं वहीं सचिन से पूछें तो शायद वो डॉन ब्रैडमैन बनना चाहें. अगर सचिन 'क्रिकेट के भगवान' हैं तो सचिन के भगवान शायद डॉन ब्रैडमैन हो. 

अगस्त का वो दिन जब डॉन ब्रैडमैन बने 'जीरो' और सचिन 'हीरो' (PIC : TWITTER)

नई दिल्ली : आज क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज कहे जाने वाले सर डॉनल्ड ब्रैडमैन का जन्मदिन है. आज ही के दिन यानि 27 अगस्त 1908 में उनका जन्म हुआ था. सर डॉन ब्रैडमैन ने अपने करियर में 12 डबल सेंचुरी लगाईं. यह रिकॉर्ड अभी तक कायम है. 1930 में डॉन ब्रैडमैन ने हेडिंग्ले में एक ही दिन 309 रन बनाए. टेस्ट क्रिकेट के एक ही दिन में किसी बल्लेबाज द्वारा बनाए गए ये सबसे ज्यादा रन हैं. किसी एक देश के खिलाफ 5000 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी सर डॉन ब्रैडमैन के ही नाम है. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ कुल 5028 रन बनाए. सर डॉन ब्रेडमैन का टेस्ट औसत 99.94 है. ये ऐसा रिकॉर्ड है जो अभी तक कोई नहीं तोड़ पाया है, जानकार तो यह भी कहते हैं कि इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए शायद डॉन को दोबारा से आना होगा.

  1. ब्रेडमैन के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक मारने का रिकॉर्ड है
  2. एक सीरीज में सबसे ज्यादा दोहरे शतक मारने का वर्ल्ड रिकॉर्ड डॉन के ही नाम है
  3. एक सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड डॉन ब्रेडमैन के नाम है

जहां पूरी दुनिया के क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर बनना चाहते हैं वहीं सचिन से पूछें तो शायद वो डॉन ब्रैडमैन बनना चाहें. अगर सचिन 'क्रिकेट के भगवान' हैं तो सचिन के भगवान शायद डॉन ब्रैडमैन हो. डॉन ब्रैडमैन के जन्मदिन पर सचिन तेंदुलकर ने उन्हें याद किया है. बता दें कि ब्रैडमैन सचिन तेंदुलकर से बहुत प्रभावित थे, उनका कहना था कि सचिन को देखकर उन्हें अपने खेलने के दिन याद आते हैं. 

ब्रैडमैन ने लंदन के ओवल में अपनी अंतिम पारी खेली. अपने करियर एवरेज को 100 तक ले जाने के लिए ब्रैडमैन को सिर्फ चार रन की जरूरत थी. इंग्लैंड के विरुद्ध उस टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज महज दो गेंदे ही खेल पाए. उन्हें एरिक होलीज ने बोल्ड किया था. उनके रिकॉर्ड पर नजर डाले, तो उन्होंने 52 टेस्ट में 99.94 की औसत से 6996 रन बनाए.

14 अगस्त 1948 का दिन था. इसी दिन क्रिकेट के महानायक डॉन ब्रैडमैन ने अपना आखिरी मैच खेला था. एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया पहले से ही 3-0 से आगे थी. ऐसे में ब्रैडमेन की टीम एक और जीत हासिल करने के लिए तैयार थी. ताकि वे अपने कप्तान को एक बेहतरीन तोहफा जीत के रूप में उनके अंतिम टेस्ट में भेंट कर पाएं. मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन 52 रनों पर पूरी टीम ऑलआउट हो गई. मैच के पहले ही दिन 6 बजने के पहले ही डॉन ब्रैडमैन मैदान पर पहुंचे. पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था. इंग्लिश टीम ने महान बल्लेबाज के लिए सम्मान व्यक्त करने के लिए अपनी टोपियां उतारीं.

इसी बीच ब्रैडमैन ने स्पिनर एरिक हॉलीज की गेंद को रक्षात्मक अंदाज में खेला. अगली गेंद जो गुगली थी उसे ब्रैडमैन समझ नहीं पाए और बोल्ड हो गए. यह बहुत की निराशाजनक पल था, खुद ब्रैडमैन के लिए और उनके चाहने वालों के लिए भी. क्योंकि इस मैच में बैटिंग करने के लिए उतरने से पहले ब्रैडमैन का बल्लेबाजी औसत 101.39 का था. उन्हें टेस्ट क्रिकेट में अपना 100 का औसत बरकरार रखने के लिए सिर्फ चार रनों की और दरकार थी. लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था और ब्रैडमेन बोल्ड हो गए. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ने इस टेस्ट को आसानी से जीत लिया. लेकिन ब्रैडमेन का करियर 99.94 की औसत के साथ 6,996 रनों के साथ रुक गया.

आधी सदी के बाद जब ब्रैडमेन अपना 90वां जन्मदिन मना रहे थे तब ब्रैडमेन ने भारत के सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलियाई लीजेंड शेन वॉर्न को बुलाया. तब ब्रैडमेन ने कहा था कि वह अपनी झलक सचिन तेंदुलकर में देखते हैं. ब्रैडमेन से तुलना से ज्यादा किसी क्रिकेटर के जीवन में कोई बड़ी बात नहीं हो सकती. तेंदुलकर बिना किसी दो राय के अपनी जेनरेशन के बेहतरीन बल्लेबाज रहे लेकिन ब्रैडमेन की तरह सचिन तेंदुलकर के लिए भी 14 अगस्त का दिन खास मायने रखता है.

डॉन ब्रैडमेन के संन्यास लेने के 42 साल बाद उसी देश में सचिन तेंदुलकर ने एक बड़े क्रिकेटर बनने की हुंकार भरी. यह उनका टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक था जिसकी मदद से टीम इंडिया टेस्ट मैच बचाने में कामयाब रही थी. अगले 23 सालों में सचिन तेंदुलकर ने 99 और अंतरराष्ट्रीय शतक बनाए. जैसा कि ब्रैडमेन 99.94 के औसत के साथ रुक गए. ऐसा ही एक समय लगा कि सचिन तेंदुलकर भी 99 शतकों के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह जाएंगे. लेकिन साल 2012 में वह बड़ा पल आया और उन्होंने 100वां शतक लगा दिया.

डॉन ब्रैडमैन के रिकॉर्ड्स पर एक नजर :

- पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में सबसे ज्यादा बैटिंग औसत का रिकॉर्ड ब्रैडमैन के ही नाम है. उन्होंने 1931-32 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 201.50 के औसत से रन बनाए थे.

- टेस्ट के अलावा ब्रैडमैन का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी 95.15 का औसत था.

- ब्रेडमैन के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक मारने का भी रिकॉर्ड है, उन्होंने 12 दोहरे शतक जमाए थे.

- एक सीरीज में सबसे ज्यादा दोहरे शतक मारने का वर्ल्ड रिकॉर्ड डॉन के ही नाम है. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक सीरीज में 3 दोहरे शतक जमाए थे.

- एक सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड डॉन ब्रेडमैन के नाम है, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक सीरीज में 975 रन बना डाले थे.

- ब्रैडमैन ने सात अलग-अलग सीरीजों में 500 से ज्यादा रन बनाए थे, जो कि एक रिकॉर्ड है, डॉन के अलावा वेस्टइंडीज ब्रायन लारा महज दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जो ये कारनामा कर पाए हैं.

- लगातार 6 शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन इकलौते ऐसे विशुद्ध बल्लेबाज हैं, जिसने अपने करियर में शतकों से ज्यादा अर्धशतक जड़े हैं.

-  प्रति मैच शतकों के मामले में भी ब्रैडमैन दूसरे नंबर पर मौजूद मैथ्यू हेडेन से बहुत आगे हैं. जहां हेडेन ने अपने करियर के 3.43 वें मैच में एक शतक लगाया है वहीं इस मामले में ब्रैडमैन का औसत 1.79 टेस्ट का है.

- भारत के खिलाफ छह पारियां खेलने वाले डॉन ब्रैडमैन का औसत 178.75 है. ब्रेडमैन ने अपनी तीसरी ही पारी में अपना औसत 50 तक पहुंचा लिया था और इसके बाद अपने पूरे करियर में ब्रैडमैन का औसत कभी भी 50 से नीचे नहीं आया.

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