फीफा वर्ल्ड कप : हैरी केन ने जीता गोल्डन बूट, सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी चुने गए एम्बाप्पे
Advertisement

फीफा वर्ल्ड कप : हैरी केन ने जीता गोल्डन बूट, सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी चुने गए एम्बाप्पे

फीफा वर्ल्ड कप 2018 में फुटबॉल के सबसे बड़े खिलाड़ियों में शामिल अर्जेंटीना के लियोनल मेसी और ब्राजील के नेमार विश्व कप में क्रमश: एक और दो गोल ही कर पाए.

फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर खिताब जीता  (PIC : REUTERS)

मास्को : रूस में खेले गए फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण में इंग्लैंड को सेमीफाइनल तक पहुंचाने वाले कप्तान हैरी केन टूर्नामेंट में गोल्डन बूट का पुरस्कार जीतने में सफल रहे. पिछले एक महीने से चल रहे फीफा वर्ल्ड कप में 64 रोमांचक मैचों में कुल 169 गोल दागे गए. फुटबॉल के इस महासमर के शुरू होने से पहले इंग्लैंड को बड़ा दावेदार नहीं माना जा रहा था लेकिन केन ने अपने प्रदर्शन से टीम का मनोबल बढ़ाने के साथ सेमीफाइनल में भी पहुंचाया. उन्होंने छह मैच खेले और इतने ही गोल किए. केन फुटबॉल विश्व कप में गोल्डन बूट जीतने वाले इंग्लैंड के दूसरे खिलाड़ी है. इससे पहले 1986 में मैक्सिको में हुए विश्व कप में गैरी लिनाकर ने गोल्डन बूट जीता था. लिनाकर ने भी छह गोल किए थे. 

  1. इंग्लैंड के हैरी केन ने जीता गोल्डन बूट
  2. एम्बाप्पे चुने गए सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी
  3. थिबाउट कुर्टियोस को गोल्डन ग्लव्स अवॉर्ड

इस विश्व कप का खिताब फ्रांस के नाम रहा. फाइनल में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर खिताब जीता जो उसका दूसरा खिताब है. 1998 में उसने पहला खिताब जीता था. बता दें कि केन 32 वर्षों में इंग्लैंड के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने गोल्डन बूट का पुरस्कार जीता है. बता दें कि गोल्डन बूट का अवॉर्ड टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है.

रोमेलु लुकाकू चार गोल के साथ दूसरे नंबर पर 
हेरी केन हालांकि इस पुरस्कार को पाने के लिए व्यक्तिगत रूप से यहां उपलब्ध नहीं थे क्योंकि वह दोपहर ही इंग्लैंड रवाना हो चुके थे. बेल्जियम के रोमेलु लुकाकू चार गोल के साथ दूसरे, मेजबान रूस के डेनिस चेरिशेव पांच मैचों में चार गोल के साथ तीसरे और पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो चार मैचों में चार गोल के साथ चौथे नंबर पर रहे. विजेता फ्रांस के एंटोनियो ग्रीजमैन ने सात मैचों में चार गोल किए. 

fallback

सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी
फाइनल में गोल करने वाले फ्रांस के युवा सनसनी कालियान एम्बाप्पे टूर्नामेंट में चार गोल कर सके. फ्रांस के फॉरवर्ड 19 वर्ष के कीलियन एम्बाप्पे अपना पहला विश्व कप खेल रहे थे और उन्होंने सात मैचों में चार गोल किए. इस वहज से वह टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी चुने गए. इसके साथ ही वह ब्राजील के महान खिलाड़ी पेले के बाद दूसरे ऐसे खिलाड़ी बने जिसने 19 साल की उम्र में फाइनल में गोल किया हो. फुटबॉल एक्सपर्ट उनकी तुलना पेले और जिदान जैसे महान खिलाड़ियों से कर रहे हैं. 

वहीं, मौजूदा समय में फुटबॉल के सबसे बड़े खिलाड़ियों में शामिल अर्जेंटीना के लियोनल मेसी और ब्राजील के नेमार विश्व कप में क्रमश: एक और दो गोल ही कर पाए. 

fallback

थिबाउट कुर्टियोस ने जीता गोल्डन ग्लव्स
बेल्जियम के गोलकीपर थिबाउट कुर्टियोस को शानदार गोलकीपिंग के लिए गोल्डन ग्लव्स का पुरस्कार दिया गया. उन्होंने इस विश्व कप में सबसे ज्यादा 27 बचाव किए जिसके कारण वह इस पुरस्कार के हकदार बने. बेल्जियम की टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी. उसने इंग्लैंड को मात देकर तीसरा स्थान हासिल किया. वर्ल्डकप में गोलकीपरों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए गोल्डन ग्लव्स का अवॉर्ड दिया जाता है.

fallback

लुका मोड्रिक को मिला गोल्डन बॉल
मौजूदा समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मिडफील्डर माने जाने वाले क्रोएशिया के लुका मोड्रिक को गोल्डन बॉल का पुरस्कार प्रदान किया गया. मोड्रिक ने टूर्नामेंट के सात मैचों में तीन गोल किए.  बता दें कि गोल्डन बॉल का खिताब टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को मिलता है. 

fallback

फेयर प्ले अवॉर्ड स्पेन को
फीफा का फेयर प्ले अवॉर्ड स्पेन को गया. स्पेन को यह अवॉर्ड खेल भावना का सम्मान करने के लिए दिया गया. बता दें कि स्पेन के खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में सबसे कम येलो कार्ड मिले थे.

fallback

पुरस्कार वितरण समारोह में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, फीफा के अध्यक्ष गियानी इन्फैंटिनो और क्रोएशिया की राष्ट्रपति कोलिंदा ग्रैबर मौजूद रहीं. बता दें कि फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के फाइनल में फ्रांस ने लुज्निकी स्टेडियम में खेले गए बेहद रोमांचक और नाटकीय मैच में पहली बार विश्व कप खेल रही क्रोएशिया को 4-2 से शिकस्त दे दूसरी बार विश्व विजेता का तमगा हासिल किया. फ्रांस 20 साल बाद विश्व फुटबॉल का सरताज बनने में सफल रहा है. इससे पहले उसने अपने घर में 1998 में दिदिएर डेसचेम्प्स की कप्तानी में पहली बार विश्व कप जीता था. फ्रांस दूसरी बार 2006 में विश्व कप का फाइनल खेली थी जहां इटली ने उसे खिताब से महरूम रख दिया था, लेकिन तीसरी बार फ्रांस खिताब जीतने में सफल रही. 

(भाषा इनपुट के साथ)

Trending news