IPL स्पॉट फिक्सिंग : हरीश साल्वे ने की श्रीनिवासन को BCCI से दूर रखने की मांग
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IPL स्पॉट फिक्सिंग : हरीश साल्वे ने की श्रीनिवासन को BCCI से दूर रखने की मांग

आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस की मंगलवार को सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील हरीश साल्वे ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि वह एन. श्रीनिवासन को दो से पांच साल तक बीसीसीआई से दूर रखे।

IPL स्पॉट फिक्सिंग : हरीश साल्वे ने की श्रीनिवासन को BCCI से दूर रखने की मांग

ज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस की मंगलवार को सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील हरीश साल्वे ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि वह एन. श्रीनिवासन को दो से पांच साल तक बीसीसीआई से दूर रखे। हरीश साल्वे ने उच्चतम न्यायालय से मुद्गल समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की। हरीश साल्वे ने कहा कि समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक होने से दागी खिलाड़ियों के नामों का पता चल सकेगा नहीं तो जो अच्छे खिलाड़ी हैं उन पर भी संदेह होगा।  

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने एन. श्रीनिवासन पर कोई फैसला नहीं किया है। मामले की सुनवाई 27 नवंबर तक स्थगित कर दी गई है।

 स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। इस मामले पर मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट पर सुनवाई करते हुए सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फिक्सिंग जैसी घटना से भरोसा टूटता है। कोर्ट ने आईपीएल में एन श्रीनिवासन के होने पर कहा कि आईपीएल में श्रीनिवासन का हिस्सेदार होना अजीब बात है। वह बीसीसाईए के अध्यक्ष भी हैं और आईपीएल के हिस्सेदार भी।

आईपीएल स्पाट फिक्सिंग प्रकरण पर कोर्ट ने बीसीसीआई से कहा कि यदि आप ये सब होने देंगे तो फिर आप क्रिकेट के खेल को खत्म कर रहे हैं। हम न्यायमूर्ति मुद्गल समिति की रिपोर्ट के निष्कर्ष को सही मानते हैं। कोर्ट ने कहा कि किसी व्यक्ति विशेष की बजाय खेल को संदेह का लाभ मिलना चाहिए। कोर्ट ने श्रीनिवासन से कहा कि आपको बीसीसीआई के मुखिया और आईपीएल टीम, जिसके अधिकारी सट्टेबाजी में लिप्त पाये गये, के मालिक के रूप में हितों के टकराव से जुड़े सवालों पर गौर करना होगा।

न्यायमूर्ति तीरथ सिंह ठाकुर की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने इसे ‘गंभीर मसला’ बताते हुये टिप्पणी की इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। न्यायाधीशों ने स्पष्ट किया कि श्रीनिवासन को अध्यक्ष पद पर बहाल करने के अनुरोध पर विचार करते समय उनके दामाद गुरूनाथ मयप्पन, जो चेन्नई सुपर किंग्स का अधिकारी था, के आचरण पर भी गौर किया जायेगा। आईपीएल-6 में सट्टेबाजी और स्पाट फिक्सिंग प्रकरण के कारण श्रीनिवासन को इस पद पर काम करने से रोक दिया गया था। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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