बेहतरीन पारी खेलकर फॉर्म में वापसी करने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी धैर्य बरकरार रखता है तो कोई भी रन गति अधिक नहीं होती जैसे कि उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के आईपीएल मैच के दौरान किया. हैदराबाद के 177 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पुणे की टीम बैकफुट पर थी और उसे अंतिम तीन ओवर में 47 रन की दरकार थी जिसके बाद धोनी ने 34 गेंद में नाबाद 61 रन की पारी खेलकर अंतिम गेंद पर अपनी टीम को जीत दिलाई.
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पुणे: बेहतरीन पारी खेलकर फॉर्म में वापसी करने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी धैर्य बरकरार रखता है तो कोई भी रन गति अधिक नहीं होती जैसे कि उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के आईपीएल मैच के दौरान किया. हैदराबाद के 177 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पुणे की टीम बैकफुट पर थी और उसे अंतिम तीन ओवर में 47 रन की दरकार थी जिसके बाद धोनी ने 34 गेंद में नाबाद 61 रन की पारी खेलकर अंतिम गेंद पर अपनी टीम को जीत दिलाई.
मैन ऑफ द मैच धोनी ने कहा, कोई भी रन गति अधिक नहीं होती. यह इस पर निर्भर करता है कि विरोधी गेंदबाज कैसी गेंदबाजी कर रहा है. इसलिए सात, आठ, नौ, 10 रन मायने नहीं रखते. जो मायने रखता है, वह है धैर्य बनाए रखना. उन्होंने कहा, यह इस पर निर्भर करता है कि कौन दबाव से बेहतर तरीके से निपटता है. मुझे लगता है कि अंतिम चार ओवर में 60 के करीब रन बनाए जा सकते हैं बशर्ते विरोधी टीम खराब और आप अच्छा खेलें.
धोनी की तारीफ करते हुए पुणे के कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा, अंत में काफी करीबी मैच हो गया था लेकिन, धोनी ने वही किया जो वो लंबे समय से करते आ रहे हैं. दबाव में वह एक बार फिर सफल साबित हुए. स्मिथ ने कहा, यह 160-165 का विकेट था. हमने अपनी रणनीति पर अमल नहीं किया. हमने अच्छी बल्लेबाजी की. राहुल त्रिपाठी ने शीर्ष क्रम पर अच्छी बल्लेबाजी की और फिर एमएस ने अच्छा फिनिश किया.
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