मैकग्रा और मुरली का सामना करना सबसे मुश्किलः राहुल द्रविड़
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मैकग्रा और मुरली का सामना करना सबसे मुश्किलः राहुल द्रविड़

तकनीक के लिहाज से दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिने जाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने मंगलवार को कहा कि अपने चमकदार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर के दौरान उन्हें ग्लेन मैकग्रा और मुथैया मुरलीधरन को खेलने में सबसे अधिक परेशानी हुई। 

फाइल फोटो

नई दिल्ली : तकनीक के लिहाज से दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिने जाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने मंगलवार को कहा कि अपने चमकदार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर के दौरान उन्हें ग्लेन मैकग्रा और मुथैया मुरलीधरन को खेलने में सबसे अधिक परेशानी हुई। 

बेदाग तकनीक के कारण ‘दीवार’ के नाम से पहचाने जाने वाले द्रविड़ ने 16 साल के करियर में 13 हजार से अधिक टेस्ट रन और 10,889 वनडे रन बनाए। द्रविड़ ने प्रशंसकों से ‘फेसबुक’ पर बातचीत के दौरान कहा, 'जहां तक तेज गेंदबाजों का सवाल है तो मैंने जिनका सामना किया उनमें ग्लेन मैकग्रा को खेलना सबसे मुश्किल था। मैंने उनका तब सामना किया जब वह अपने करियर के चरम पर थे और वह सच में महान गेंदबाज थे।' 

द्रविड़ ने कहा, 'जब वह बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहा हो तब अपने ऑफ स्टंप का अनुमान लगाना बहुत मुश्किल होता था। वह केवल ऑफ स्टंप पर आपको चुनौती पेश करता था, आपकी परीक्षा लेता था। वह चाहे अपना पहला, दूसरा या 25वां ओवर कर रहा हो, वह बेहद आक्रामक गेंदबाज था। वह हमेशा आपको चुनौती देता था।' 

द्रविड़ का मानना है कि यदि स्पिनरों की बात की जाए तो श्रीलंका के मुरलीधरन का सामना करना मुश्किल होता था। उन्होंने कहा, 'मैं जिन स्पिनरों के खिलाफ खेला उनमें मुथैया मुरलीधरन सर्वश्रेष्ठ था। मुरली बेहद कौशलपूर्ण गेंदबाज था। वह दोनों तरफ गेंद को स्पिन करा सकता है और वह भी कम नहीं बहुत ज्यादा है। उनकी गेंदों को समझना बहुत मुश्किल था। वह निरंतर अच्छा प्रदर्शन करता था और उनका अपनी गेंदबाजों पर बहुत अच्छा नियंत्रण था।'

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