विश्व चैम्पियनशिप में यह सिंधू का तीसरा और पहला रजत पदक है क्योंकि वह 2013 और 2014 में सेमीफाइनल में हारने के बाद दो बार कांस्य पदक जीत चुकी हैं.
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लासगो में आयोजित विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू के प्रदर्शन की सराहना की. हालांकि महिला एकल के ऐतिहासिक फाइनल के कड़े मुकाबले में रविवार (27 अगस्त) को सिंधू को जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ 19-21, 22-20, 20-22 से हार का सामना करना पड़ा और भारत को रजत पदक से संतोष करना पड़ा. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘पी वी सिंधू आपने शानदार खेल का प्रदर्शन किया. विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में आपके खेल से हम गौरवांवित हैं. शुभकामनाएं.’’
Well played @Pvsindhu1! We are proud of your game at the @2017BWC finals. Congratulations.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 27, 2017
भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी विश्व चैंपियनशिप में अपना तीसरा पदक जीतने पर सिंधू को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पुसारला वेंकेट सिंधू- नाम याद कर ले. पूरी पीढ़ी के लिए आप आदर्श हैं, 22 वर्ष की आयु में यह उपलब्धि. भारत को आप पर गर्व है. सबसे शानदार फाइनल.’’ इससे पहले उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ऐसे समय में जब हम बल्लेबाजी कर रहे हैं तो आप ने हमें क्रिकेट छोड़ आपके खेल को देखने पर मजबूर किया. मजा आ गया. सिंधू पूरे लय में. कम ऑन इंडिया.’’
दिग्गज टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने पोडियम पर सिंधू और साइना नेहवाल की एक तस्वीर को ट्वीट करते हुये लिखा, "पोडियम पर हमारे दो चैंपियंस देखना बहुत गर्व की बात है. क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने ट्वीट किया, ‘‘सिंधू आप प्रेरणास्रोत है. बैडमिंटन कौशल का ऐसा प्रदर्शन देखना यादगार रहेगा.’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सिंधू की तारीफ में ट्वीट कर कहा, ‘‘सिंधू आप ने शानदार खेला, देश को आप पर गर्व है. शुभकामनाएं.’’
पीवी सिंधू ने विश्व चैम्पियनशिप में हासिल किया सिल्वर मेडल, फाइनल में जापान की ओकुहारा से हारीं
ओलंपिक रजत पदक विजेता भारत की पीवी सिंधू को रविवार (27 अगस्त) को यहां विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के महिला एकल फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंचे मैच में शिकस्त के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा और साथ ही वह इस खेल में देश की पहली विश्व चैंपियन बनने से भी चूक गई. दुनिया की चौथे नंबर की भारतीय खिलाड़ी सिंधू को एक घंटा और 50 मिनट चले मुकाबले में दुनिया की 12वें नंबर की खिलाड़ी और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता ओकुहारा के खिलाफ 19-21, 22-20, 20-22 से हार झेलनी पड़ी. ओकुहारा ने इससे पहले सेमीफाइन में भारत की ही एक अन्य दिग्गज खिलाड़ी साइना नेहवाल को हराया था. ओकुहारा जापान के लिए विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला हैं.
सिंधू का ओकुहारा के खिलाफ पिछली छह भिड़ंत में फाइनल का रिकॉर्ड 3-3 से बराबरी का रहा था, जो कि इस मुकाबले के बाद 4-3 का हो गया है. यह विश्व चैम्पियनशिप में सिंधू का पहला फाइनल था जिससे यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है. विश्व चैम्पियनशिप में यह सिंधू का तीसरा और पहला रजत पदक है क्योंकि वह 2013 और 2014 में सेमीफाइनल में हारने के बाद दो बार कांस्य पदक जीत चुकी हैं. यह विश्व चैम्पियनशिप में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है क्योंकि पहली बार इसमें भारत ने दो पदक अपने नाम किए. सिंधु से पहले सायना ने शनिवार (26 अगस्त) को कांस्य पर कब्जा जमाया था.